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स्थानीय निकाय विभाग शहरी क्षेत्र में रहने वाले लोगों को अब एक और नया तोहफा उनकी संपत्ति का प्रमाण पत्र के रूप में देने जा रही है। ऐसा पहली बार होगा की शहरी इलाके के लाल डोरे के अंदर रहने वाले लोगों को उनकी संपत्ति का प्रमाण पत्र दिया जाएगा इसकी तैयारी काफी समय से की जा रही थी और अब प्रमाण पत्र बांटने का सिलसिला गुरुवार से शुरू होगा। स्थानीय निकाय विभाग के अधीन बेरी, झज्जर और बहादुरगढ़ के शहरी इलाके आते हैं। अब यहां रहने वाले उन लोगों को पहली बार उनकी संपत्ति का प्रमाण पत्र मिल जाएगा। लाल डोरे के अंदर आबादी वाले क्षेत्र की प्रॉपर्टी आईडी तो बनी हुई है, लेकिन मालिकाना हक जताने वाले इन लोगों के पास संपत्ति का प्रमाण पत्र नहीं था इसकी वजह से न तो यह संपत्ति बेची जा सकती थी न ही इस संपत्ति पर कोई लोन लिया जा सकता था। हालांकि जो संपत्ति बेची भी जा रही थी वह एग्रीमेंट से आपसी समझौते के तहत खरीद फरोख्त का कार्य हो रहा था।
अब संपत्ति का प्रमाण पत्र मिलने के बाद से प्रॉपर्टी धारक अपनी रजिस्ट्री करा सकते हैं। यह संपत्ति खासकर वो है जो दादा लाई थी या पीढ़ी दर पीढ़ी एक ही परिवार का उस पर कब्जा बना हुआ था। अब ऐसे ही संपत्ति धारकों को उनकी संपत्ति का प्रमाण पत्र मिल जाएगा। झज्जर की बात करें तो माता गेट, सीताराम गेट, सिलानी गेट, भट्टी गेट और दिल्ली गेट के लाल डोरे के अंदर रहने वाले लोगों को इससे काफी फायदा मिलेगा। इसी प्रकार बेरी शहरी क्षेत्र में जो लाल डोरे का दायरा आता है वह देवी मंदिर वाली गली, स्वराजगंज, नौबतरायगंज, रहमानी गंज दादा मुड्ढा वाली गली, बाजारी मोहल्ला, बड़ा महादेव गली, नीम वाला चौक, भजन आश्रम वाली गली, सुनारों वाली गली शामिल है।
यहां भी कई परिवार ऐसे हैं जिनकी संपत्ति दादा लाई है उनको भी संपति प्रमाण पत्र मिलेंगे हालांकि लाल डोरे के अंदर भी रहने वाले कई परिवारों के पास पहले से ही उनकी संपत्ति की रजिस्ट्री है। बहादुरगढ़ के माजिद मोहल्ला निवासी मनोज वत्स पुत्र रामेश्वर दयाल वत्स ने बताया कि उनकी भी दादा लाई संपत्ति है और उनके पास अब तक उनके संपत्ति का मालिकाना हक नहीं था जबकि कब्जा उनका है। अब संपति प्रमाण पत्र मिलने के बाद वह अपने मकान की रजिस्ट्री करा सकते हैं।
शहरी क्षेत्र में रहने वाले लोगों को इससे पहले दुकानों का मिला था मालिकाना हक, स्वामित्व योजना के तहत यह स्कीम चलाई गई थी बता दें कि नगर परिषद या नगर पालिका क्षेत्र में रहने वाले लोगों को इससे पहले स्थानीय निकाय विभाग ने अपनी दुकानों का मालिक बना दिया था। प्रदेश भर में स्वामित्व योजना के तहत यह स्कीम चलाई गई थी इसमें झज्जर बहादुरगढ़ और बेरी के किराएदारों ने भी नगर परिषद और नगर पालिका की दुकानों को खरीदने की इच्छा जताई। सालों से और पीढ़ी दर पीढ़ी जो लोग किराएदार थे अब इन दुकानदारों के नाम ही यह संपत्ति हो गई है।
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