[ad_1]
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए विदेश मंत्री एस. जयशंकर।
– फोटो : अमर उजाला
विस्तार
सनबीम वरुणा में पूर्वांचल स्कूल वेलफेयर एसोसिएशन की ओर से आयोजित शिक्षा सशक्तीकरण पर आयोजन कार्यक्रम में मुख्य अतिथि भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर रहे। उन्होंने कहा कि जब हम विकसित भारत की बात करते हैं तो हम समावेशी हो जाते हैं। दुनिया की पुरानी संस्कृति में काशी की संस्कृति शामिल है।
कहा कि विकसित भारत की बात करते हुए अगर देश आगे बढ़ रहा है तो सबसे ज्यादा जिम्मेदारी अध्यापकों की बढ़ जाती है। सनबीम वरुणा स्कूल प्रबंधन से जुड़े लोगों ने विदेशी मंत्री एस. जयंशकर का भव्य स्वागत किया। विदेशी मंत्री ने आयोजित कार्यक्रम में देश के शिक्षकों की भूमिका को बताया।
कहा कि यहां के शिक्षकों के साथ मेरा जुड़ाव रहा है। देश को अगर आगे बढ़ना है तो सबसे ज्यादा जिम्मेदारी अध्यापकों के कंधे पर होती है। क्योंकि वह आने वाली पीढ़ी को शिक्षित करती है। अच्छी शिक्षा से देश की अच्छी तैयारी होती है। लोकतंत्र की यात्रा में यह काफी महत्वपूर्ण है। विदेश मंत्री बोले कि मैं अपनी मुलाकात के दौरान शिक्षकों के साथ मोदी सरकार की नीतियों को रखूंगा।
कार्यक्रम के अनुसार, काशी में आए विदेश मंत्री एस. जयशंकर विदेशी नीतियों को लेकर यहां के बुद्धिजीवियों के साथ बैठक करेंगे। उन्होंने बताया कि भारत देश में विदेशी नीति की काफी चर्चाएं हैं। इसे लोगों को जानना चाहिए। यह गर्व की भी बात है। आज मोदी सरकार के जरिए भारत देश की प्रतिष्ठा विदेशों में काफी बढ़ी है।
कहा कि मोदी सरकार की परंपरा रही है कि स्थानीय लोगों से अपनी नीतियों और योजनाओं पर विमर्श किया जाए। हम लोग पब्लिक के साथ जुड़कर काम करना चाहते हैं जो कर रहे हैं।
जी20 की एक सवाल पर उन्होंने कहा कि काशी में डेवलपमेंट मिनिस्टर्स की मीटिंग में काफी अच्छे परिणाम और अनुभव सामने आए। सभी देशों का नेतृत्व करने वाले जी20 में आए थे। उन लोगों ने यहां की गंगा आरती से लेकर अन्य डेवलेपमेंट पर काफी उत्सुकता दिखाई।
[ad_2]
Source link