टॉप-10 बकायेदारों पर 26.63 लाख की देनदारी
परिवहन विभाग बड़े बकायेदारों के नाम सोशल मीडिया पर किया प्रसारित
सोनभद्र। वाहनों का बकाया टैक्स को जमा नहीं करने, बार-बार नोटिस की अनदेखी करने वाले बकायेदारों का नाम, पता और फोटो सोशल मीडिया पर प्रचारित कर दिया है। इसके साथ ही जनपद सोनभद्र में परिवहन विभाग द्वारा लागू ओटीएस योजना के बाद भी बकाया टैक्स न जमा करने वालों के विरुद्ध शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। गुरुवार को एआरटीओ प्रशासन धनवीर यादव ने दस बड़े बकायेदारों के सूची चस्पा कर दिया है। विभाग को इन बकायदारों से 26 लाख से अधिक की राजस्व वसूली करना है।
एआरटीओ प्रशासन धनवीर यादव ने बताया कि जनपद में करीब 1363 व्यवसायिक वाहन स्वामियों पर करोड़ों रूपये बकाया है। ओटीएस योजना के अंतर्गत 5 फरवरी तक जनपद में करीब साढ़े तीन करोड़ रूपये जमा हुए, लेकिन वाहन फोर पर प्रदर्शित बकाया के सापेक्ष जमा धनराशि बहुत संतोष जनक नहीं रहा। जिस पर विभाग ने गुरुवार को दस बड़े बकायदारों की सूची जारी किया है। हालांकि हर साल विभाग द्वारा इस तरह के बकायेदारों से वसूली की जाती है, लेकिन कुछ बकाएदार टैक्स जमा करने में कोताही बरतते है, इसी कारण करोड़ों रूपये का टैक्स जमा नहीं हो पाता है। उन्होंने बताया कि जिले के टॉप टेन बकाएदारों की सूची जारी की गई है। इसके साथ ही इन बकायेदारों की फोटो परिवहन विभाग के सोशल मीडिया हैंडल से भी जारी किया गया है। उन्होंने बताया कि राजस्व वसूली के लिए यह कदम उठाना पड़ रहा है। दस बड़े बकायेदारों में मे. नीलकंठ इंटरप्राइजेज, मे. राकेश इंटरप्राइजेज, रमाकांत पाण्डेय, मे. नीलकंठ इंटरप्राइजेज, राम जी शाह, राज कुमार, सौरभ सिंह, परशुराम गुप्ता, संतोष कुमार महतो, जितेंद्र श्रीवास्तव शामिल है।
सड़क पर दौड़ने वाले कॉमर्शियल वाहनों से परिवहन विभाग हर साल टैक्स की वसूली करता है। इन्हें मुकर्रर समय में टैक्स की अदायगी करनी होती है, लेकिन वाहन स्वामी समय पर अपना टैक्स चुकाने में कोताही बरतते हैं। यही वजह है कि उन पर टैक्स की लाखों की देनदारी बन जाती है।
धनवीर यादव
एआरटीओ प्रशासन, सोनभद्र