सुयक्त संघर्ष समिति, शाखा-सोनभद्र एवं राज्य विद्युत परिषद जुनियर इंजिनियर संगठन उ०प्र० जनपद शाखा सोनभद्र में अधीक्षण अभियन्ता, विद्युत वितरण मण्डल, सोनभद्र के कार्यालय पर संगठन के बैनर तले जनपद के समस्त अवर अभियन्तओं व प्रोन्नत सहायक अभियन्ताओं द्वारा एक जूट होकर प्रबन्ध द्वारा चलाये जा रहे पी०पी०पी० माडल का परीक्षण तथा निजीकरण के प्रस्ताव हेतु कन्सलटेन्ट / ट्राजेक्शन एडवाईजर के नियुक्ति की निविदा निकाले जाने का विरोध किया गया। ज्ञात हो कि पूर्व में वर्ष 2018 व 2020 में उ0प्र0 सरकार शासन, ऊर्जा प्रवन्धन एवं संगठनों के बीच स्पष्ट सैद्धान्तिक समझौता / सहमतियां हुई थी कि ऊर्जा क्षेत्र में किसी प्रकार का कोई भी निजीकरण नही किया जायेगा। परन्तु पूर्वान्चल एवं दक्षिणांचल डिस्काम का निजीकरण का प्रस्ताव एवं कन्सलटेन्ट नियुक्ति पूर्णतया असंवैधानिक एवं सहमतियों का खुला उल्लंघन है।
“निजीकरण गरीब विद्युत उपभोक्ताओं, किसानों, आम जनमानस एवं कर्मचारीहित में नही है।”
उक्त निविदा का निरस्त करने तथा निजीकरण का प्रस्ताव वापस किये जाने हेतु ऊर्जा प्रबन्ध का ध्यान आकृष्ट कराने के लिए संगठन के समस्त सदस्य दिनांक 16.01.2025 से दिनांक 18.01. 2025 तक अपने कार्य स्थल पर काला फीता बांध कर विभागीय कार्य सम्पादित करेगें एवं सायं 05:00 बजे के बाद एक घण्टा जनपद मुख्यालय पर विरोध सभा करेगें।
आज के विरोध सभा में ई० राजेन्द्र प्रसाद, ई० महेश कुमार, ई० सतिश यादव, ई० अरविन्द कुमार, ई० बाबुनन्दन, ई० अनिल कुमार, ई० कन्हैया तिवारी, ई० संदीप सिंह, श्री संजय सिंह, ई० राजेन्द्र बिन्द, ई० अनिल कुमार सिंह, ई० राहुल सुन्दरम्, ई० रत्नेश सेठ, ई० प्रदीप गुप्ता, श्री रोहित वर्मा, श्री सिद्धार्थ मौर्या, श्री अनिल सिंह, श्री कलन्दर यादव आदि उपस्थित रहें।