[ad_1]
ऐप पर पढ़ें
नीट पेपर लीक (NEET Paper Leak) में सीबाआई का ताबड़तोड़ एक्शन जारी है। जांच एजेंसी ने शनिवार को झारखंड के हजारीबाग से एक पत्रकार को गिरफ्तार किया है। पत्रकार का नाम जमालुद्दीन है जो एक हिंदी समाचार पत्र के लिए काम करता है। उसे ओएसिस स्कूल के प्रिंसिपल और वाइस प्रिंसिपल की कथित तौर पर मदद करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है, जिनकी शुक्रवार को गिरफ्तारी हुई थी। वहीं गुजरात में सीबीआई की टीमें गोधरा, खेड़ा, अहमदाबाद, गोधरा और आणंद में सात जगहों पर कुछ संदिग्धों के खिलाफ छापेमारी कर रही हैं। यह छापेमारी गोधरा पुलिस द्वारा पहले की गई एफआईआर से संबंधित है।
एग्जाम ऑब्जर्वर था प्रिंसिपल
अधिकारियों के अनुसार, ओएसिस स्कूल के प्रिंसिपल एहसानुल हक और उप-प्रिंसिपल इम्तियाज आलम को कथित पेपर लीक में उनकी संदिग्ध भूमिका की वजह से शुक्रवार को गिरफ्तार किया गया था। अधिकारियों ने बताया कि आलम को एनटीए का पर्यवेक्षक और ओएसिस स्कूल का सेंटर कोऑर्डिनेटर नियुक्त किया गया थी। सीबीआई पेपर लीक के सिलसिले में जिले के पांच और लोगों से भी पूछताछ कर रही है। प्रिंसिपल 5 मई को राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (एनटीए) द्वारा आयोजित की गई नीट परीक्षा के लिए हजारीबाग जिला का ऑब्जर्वर था।
27 जून को हुई थी पहली गिरफ्तारी
27 जून को सीबीआई ने नीट परीक्षा में कथित अनियमितताओं की जांच के तहत पहली गिरफ्तारी की थी। अधिकारियों के अनुसार, पटना से गिरफ्तार किए गए दो आरोपियों आशुतोष कुमार और मनीष कुमार ने कथित तौर पर एक लोकेशन मुहैया कराई, जहां परीक्षा देने वाले कुछ लोगों को एग्जाम से पहले नीट पेपर और आंसर शीट दी गई थी। पेपर लीक को लेकर 23 जून को सीबीआई ने केस दर्ज किया था। इसके एक दिन पहले शिक्षा मंत्रालय ने घोषणा की थी कि वह परीक्षा में कथित अनियमितताओं की जांच केंद्रीय एजेंसी को देगा।
23 लाख अभ्यर्थी हुए थे शामिल
सीबीआई ने पेपर लीक मामले में छह एफआईआर दर्ज की हैं। एनटीए ने देश भर के सरकारी और निजी संस्थानों में एमबीबीएस, बीडीएस, आयुष और अन्य संबंधित पाठ्यक्रमों में दाखिले के लिए नीट-यूजी परीक्षा आयोजित की थी। इस साल पांच मई को कुल 571 शहर के 4,750 केंद्र पर परीक्षा आयोजित की गई थी। परीक्षा में 23 लाख से अधिक अभ्यर्थी शामिल हुए थे।
[ad_2]
Source link