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गहलोत राज में बने 17 नए जिलों और 3 संभागों पर फैसले के लिए अब राज्य सरकार ने एक और कमेटी बनाई है। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने प्रदेश में जिलों के पुनर्गठन पर एक समिति के गठन को मंजूरी दी है। पूर्व आईएएस ललित के पंवार की अध्यक्षता में गठित यह कमेटी नए
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दरअसल, गहलोत राज में बने जिलों की उपयोगिता पर बीजेपी ने सवाल उठाए थे। भजनलाल सरकार ने 12 जून को नए जिलों के रिव्यू के लिए उपमुख्यमंत्री डॉ. प्रेमचंद बैरवा के संयोजन में कैबिनेट सब-कमेटी बनाई थी। इस कैबिनेट सब-कमेटी में उद्योग मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़, पीएचईडी मंत्री कन्हैयालाल चौधरी, राजस्व मंत्री हेमंत मीणा और जल संसाधन मंत्री सुरेश सिंह रावत को सदस्य बनाया गया था। मंत्रियों की कमेटी गहलोत राज के जिलों को बरकरार रखने और कई जिलों को खत्म करने पर अपनी रिपोर्ट सरकार को सौंपेगी।
भजनलाल सरकार ने 12 जून को कैबिनेट सब-कमेटी का गठन किया था।
नए जिलों पर फैसले में लगेगा वक्त
नए जिलों पर फैसला आने में अब लंबा समय लगने के आसार बन गए हैं। पहले ललित के पवार कमेटी अपनी सिफारिशों के साथ कैबिनेट सब-कमेटी को रिपोर्ट देगी। इसके बाद कैबिनेट सब-कमेटी अपनी रिपोर्ट तैयार कर सरकार को सौंपेगी। कैबिनेट सब-कमेटी की रिपोर्ट कैबिनेट में रखी जाएगी। इसके बाद गहलोत राज के जिलों पर कोई फैसला हो सकेगा।
RPSC अध्यक्ष रह चुके हैं पंवार
पूर्व आईएएस ललित के पंवार वसुंधरा राजे की पहली सरकार में जेडीसी, पर्यटन सचिव सहित कई अहम पदों पर रहे। वसुंधरा राजे के दूसरे कार्यकाल में उन्हें राजस्थान लोक सेवा आयोग (RPSC) का अध्यक्ष बनाया गया था। बाड़मेर जिले के रहने वाले पंवार की छवि दक्ष और व्यवहार कुशल नौकरशाह की रही है। लोकसभा चुनाव के दौरान उन्होंने बीजेपी जॉइन की। अब भजनलाल सरकार ने उन्हें गहलोत राज के जिलों को खत्म करने या बरकरार रखने पर रिपोर्ट देने का टास्क दिया है।
रामलुभाया कमेटी की सिफारिश पर बनाए थे जिले
गहलोत सरकार के वक्त रिटायर्ड आईएएस रामलुभाया की अध्यक्षता में नए जिलों के लिए हाई पावर कमेटी बनाई गई थी। रामलुभाया कमेटी की सिफारिश पर गहलोत राज में 17 नए जिले बनाए गए थे। अब पवार कमेटी उनका रिव्यू करके अपनी रिपोर्ट देगी।
आखिरी बजट में घोषणा की थी, कई जिलों पर विवाद हुआ था
गहलोत सरकार ने अपने आखिरी बजट में 17 नए जिलों की घोषणा की थी। पहले जयपुर के टुकड़े कर जयपुर उत्तर व जयपुर दक्षिण और जोधपुर के टुकड़े कर जोधपुर उत्तर व जोधपुर दक्षिण जिलों की घोषणा हुई थी। इस पर पर विवाद हो गया था। लोगों को दक्षिण-उत्तर में बांटना ठीक नहीं लगा। सरकार ने बाद में बीच का रास्ता निकालते हुए इन जिलों का नाम जयपुर, जयपुर ग्रामीण, जोधपुर और जोधपुर ग्रामीण कर दिया।
इन जिलों का होगा रिव्यू
गहलोत सरकार ने 17 नए जिले बनाए थे, इनमें जयपुर और जोधपुर के 2 टुकड़े किए गए। नए जिलों में अनूपगढ़, गंगापुर सिटी, कोटपूतली, बालोतरा, जयपुर ग्रामीण, खैरथल, ब्यावर, नीमकाथाना, डीग, जोधपुर ग्रामीण, फलोदी, डीडवाना, सलूंबर, दूदू, केकड़ी, सांचौर और शाहपुरा शामिल हैं।
तीन संभाग: बांसवाड़ा, पाली और सीकर को संभाग बनाया था।
ग्राफिक्स में जानें कौनसे नए जिले बने
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