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कोतवाल मनीष देव ने बताया कि उक्त प्रकरण में अभी तक दीपचंद, पंकज, सुरेश और रामजीवन को गिरफ्तार किया जा चुका है। जिन्हें मंगलवार को न्यायालय में पेश किया गया, जहां से 29 जून तक रिमांड पर लिया गया है। उन्होंने बताया कि एफआईआर में धारा 302 जोड़ी गई है। सा
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भास्कर न्यूज | नागौर जिंदा रहते हुए मिली धमकी पर जिस नवीन सोनी को पुलिस सुरक्षा नहीं दे पाई, उनकी हत्या के बाद शव का एक दिन और रातभर पीछा करती रही। ऐसा इसलिए किया, क्योंकि पुलिस को डर था कहीं परिजन कलेक्ट्रेट पहुंचकर प्रदर्शन शुरू न कर दें। ऐसे में कोतवाली पुलिस के पास जैसे ही नवीन की मौत की खबर पहुंची तो तुरंत जोधपुर पहुंच गई।
इसके बाद परिजनों ने दिनभर शव के पोस्टमार्टम का इंतजार किया। मेडिकल बोर्ड के गठन के बाद शाम करीब 5 बजे से साढ़े 7 बजे तक पोस्टमार्टम चला। इसके बाद भी प्रदर्शन के डर से पुलिस ने शव को रोके रखा। रात करीब 8 बजे डी-फ्रीज में शव लेकर जैसे ही परिजन जोधपुर से निकले तो पीछे पुलिस की गाड़ियां एस्कॉर्ट करने लगी। रात 11 बजे शव लेकर परिजन जोधपुर हाइवे स्थित श्रीकृष्णा गोशाला पहुंचे। यहां पुलिस ने घेराबंदी करते हुए शहर की तरफ से आगे नहीं बढ़ने दिया।
नवीन सोनी की डेढ़ वर्षीय बेटी को मंगलवार सुबह तक पता नहीं था कि उनके पिता इस दुनिया में नहीं है। वो अपने दादा और चाचा सहित अपनी मां से पूछती रही कि पापा अब तक क्यों नहीं आए। उन्हें क्या पता था कि उनके पिता नवीन अब नहीं रहे। वहीं दूसरी तरफ से नवीन का शव मंगलवार सुबह पैतृक गांव अड़वड़ पहुंचा तो शोक की लहर दौड़ पड़ी। नवीन का शव देखकर पत्नी बेहोश हो गई। मां, भाईयों का रो-रोकर हाल बुरा है। जबकि शहर में भी घटना को लेकर रोष है। नागौर. मामले को लेकर एकत्रित लोगों की भीड़।
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