[ad_1]
जेल में हेमंत सोरेन से गुलाम अहमद मीर ने मुलाकात
लैंड स्कैम मामले में जेल में बंद झारखंड के पूर्व सीएम हेमंत सोरेन से कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी गुलाम अहमद मीर ने मुलाकात की। जेल में यह मुलाकात हुई है। उनके इस गुपचुप मुलाकात को लेकर कई तरह के कयास लगाए जा रहे हैं।
.
हालांकि रांची एयरपोर्ट पर उन्होंने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि यह मुलाकात पूरी तरह से पूर्व नियोजित थी। समय नहीं मिल पाने की वजह से बात नहीं बन रही थी। बताया जा रहा है कि वह सुबह 10 बजे के करीब एयरपोर्ट पहुंचे और एयरपोर्ट से ही सीधा होटवार जेल गए थे।
रांची एयरपोर्ट में कहा – विस्तार से हुई बात
राजनीति परिस्थिति पर हुई चर्चा
सूत्रों की मानें तो जेल में मुलाकात के दौरान दोनों नेताओं के बीच लोकसभा चुनाव के बाद आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर चर्चा हुई है। वहीं सरकार में खाली मंत्री पदों को लेकर भी दोनों शीर्ष नेताओं के बीच बातचीत हुई है। जेल में हुई मुलाकात के बाद वे वापस एयरपोर्ट पहुंचे और दिल्ली के लिए रवाना हो गए। इस मुलाकात को लेकर कई तरह की चर्चा राजनीतिक गलियारों में हो रही है। कहा जा रहा है कि यह मुलाकात आगामी विधानसभा चुनाव की रणनीति और सीटों के बंटवारे के लिहाज से काफी महत्वपूर्ण है।
जल्द ही भरे जाएंगे मंत्री पद
एयरपोर्ट पर उन्होंने मीडिया से बातचीत के क्रम में कहा कि राज्य सरकार के मंत्रीमंडल में जो रिक्त पद हैं, उन्हें जल्द ही भरा जाएगा। उन्होंने बताया कि आज हुई मुलाकात के दौरान पूर्व सीएम से डिटेल मे बातचीत हुई है। प्रदेश प्रभारी ने कहा कि मंत्री पद को भरने में जरूरत पड़ी तो मंत्री को लेकर भी पार्टी सोच सकती है।
दिल्ली में हुई बैठक को लेकर कहा कि यह बैठक काफी महत्वपूर्ण रही। साथ ही बताया कि हम आगामी विधानसभा चुनाव मजबूती से लड़ेंगे। संकेत देते हुए कहा कि पिछली बार हम 31 सीट पर चुनाव लड़े थे, इस बार हमारा फोकस 33 सीटों पर रहेगा।
अब चंपाई सोरेन मंत्रीमंडल में 10 मंत्री ही बचे हैं।
मंत्रालय में बचे केवल 10 मंत्री
ग्रामीण विकास विभाग के मंत्री रहे आलमगीर आलम की गिरफ्तारी के बाद से अब चंपाई सोरेन मंत्रीमंडल में 10 मंत्री ही बचे हैं। सरकार के अब तक कांग्रेस कोटे से चार, राजद से एक और जेएमएम से पांच मंत्री थे। जिसमें से कांग्रेस कोटे से आलमगीर आलम ने इस्तीफा दे दिया है। सरकार में नियमानुसार 12 मंत्री हो सकते हैं। पर अब तक 12वें मंत्री का पद किसी को नहीं दिया गया है। इस तरह से राज्य मंत्रिमंडल में मंत्री के दो पद रिक्त हैं।
झारखंड विधानसभा का अंकगणित
राज्य की 81 सदस्यों वाली विधानसभा में 2019 में चुनाव हुए थे। झारखंड मुक्ति मोर्चा ने गठबंधन के साथ सरकार बनाई। 81 सदस्यों वाली झारखंड विधानसभा में बहुमत के लिए 43 विधायकों की जरूरत होती है।
गठबंधन के पास 48 विधायक हैं। झामुमो के 30, कांग्रेस के 17, राजद का एक और CPI(ML) का एक MLA है। हेमंत सोरेन राज्य के मुख्यमंत्री बने। 31 जनवरी को झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन जमीन घोटाले में गिरफ्तार हुए। गिरफ्तारी से पहले उन्होंने सीएम पद से इस्तीफा दे दिया था। उनकी जगह चंपई सोरेन को मुख्यमंत्री बनाया गया।
[ad_2]
Source link