अजित सिंह
सोनभद्र कोन विकास खण्ड कोन में भ्रष्टाचार को लेकर प्रधान एसडीएम के दरबार पहुंच कर प्रकरण को गंभीरता से लेते हुए निष्पक्ष जांच कराने की बात कही। मिटिहिनिया ग्राम प्रधान अजय कुमार कुशवाहा ने ज्ञापन देने के दौरान बताया कि ग्राम पंचायत में रोजगार सेवक द्वारा आवास में जिओ टैंगिंग के नाम पर ग्रामीणों को डरवाते हुए धन उगाही की बात सामने आई है। जिसके सम्बन्ध में ग्रामीणों ने सदर विधायक से लेकर जिलाधिकारी तक को शपथ पत्र भी दिया है। जिसमें जांच अपेक्षित है। इतना ही नहीं रोजगार सेवक द्वारा मनरेगा के कार्यों में फर्जी मजदूरों की हाजरी भर कर सरकारी धन का बन्दर बांट करने का मामला भी सामने आया है। बताया गया कि जिन मजदूरों ने कभी काम नहीं किया उनके बैंक एकाउंट में लाखों रुपए डाल दिया गया। वहीं जिन मजदूरों ने काम किए वो अपनी मजदूरी को लेकर परेशान है। बिना जानकारी के ग्राम पंचायत की मोहर बनवाकर फर्जी हस्ताक्षर कर धन उगाही की गयी। जिसकी सूचना पूर्व में जिलाप्रशासन के साथ-साथ विकास खंड अधिकारी कोन व सहायक विकास अधिकारी कोन को लिखित में अवगत कराया गया। लेकिन अभी तक ग्रामीणों को न्याय नहीं मिला। ऐसा नहीं है कि इस पंचवर्षीय में ही गोलमाल की बात सामने आई है इसके पूर्व में रहे पूर्व ग्राम प्रधान ने भी लिखित शिकायत के साथ रोजगार सेवक की इन करतूतों की शिकायत की थी फिर भी कोई सुनवाई नहीं हुई। वही ओबरा एसडीएम विवेक सिंह ने निष्पक्ष जांच कर आवश्यक कार्रवाई की बात कही है। ग्राम प्रधान ने दो टूक कहा ग्रामीणों के मजदूरी का भुगतान न होने की दशा में सभी ग्रामीण भ्रष्टाचार के खिलाफ जिलाधिकारी के यहां प्रदर्शन करने को बाध्य होंगे।