[ad_1]
मुख्यमंत्री आयुष्मान दुर्घटना बीमा योजना में पीड़ितों का दर्द कम करने के लिए सरकार नया एप लॉन्च करने जा रही है। राज्य बीमा एवं प्रावधायी निधि विभाग ने एप तैयार कर लिया है। इसे जुलाई के पहले सप्ताह में लॉन्च किया जा सकता है। राज्य में पिछले तीन सालों म
.
विभाग ने ऐसे बिचौलियों से पीड़ितों को बचाने के लिए एमएबीडीबीवाय मोबाइल एप्लीकेशन बनाई है। मुख्यमंत्री आयुष्मान स्वास्थ्य बीमा योजना के अलावा आरजीएचएस में और पांचों बिजली कंपनियों में पंजीकृत अधिकारी-कर्मचारी भी इस एप के लाभार्थी रहेंगे। एप को डाउनलोड कर उसका रजिस्ट्रेशन जनाधार नंबर से किया जा सकेगा। इसके बाद ऑनलाइन दावा पेश किया जा सकेगा। यह बेहद आसान प्रक्रिया है। यदि कोई शिकायत भी है तो एप के माध्यम से ही की जा सकेगी।
214 करोड़ रुपए भुगतान, 1067 केस अभी भी प्रक्रियाधीन हैं
विभाग ने बीते 5 फरवरी से 7 जून तक 4 माह में ऐसे सभी पेंडिंग और बिचौलियों के कारण अटके मामलों पर कड़ा एक्शन लिया है। विभाग के डायरेक्टर महेंद्र खड़गावत ने बताया कि विभिन्न प्रकार की दुर्घटनाओं में मारे गए लोगों के 15,717 दावे विभाग के पास आए थे। राज्यभर में सभी अफसरों-कर्मचारियों को ऐसे मामलों को निपटाने का टारगेट दिया गया। ऐसे में 14,650 केस निस्तारित कर दिए गए हैं, जबकि 1067 प्रक्रियाधीन हैं। जिनका क्लेम बनता है, उन्हें 214 करोड़ रुपए की राशि का भुगतान भी कर दिया गया है। यही नहीं, प्रथम अपील में भी 818 केस सुनवाई को आए, जिनमें से 127 में स्वीकृत भी कर दिए गए हैं।
यहां लागू आयुष्मान दुर्घटना बीमा योजना
यह योजना सड़क-वाहन, रेल, वायु दुर्घटना, ऊंचाई से गिरने, ऊंचाई से गिरी वस्तु के कारण, मकान के ढहने, डूबने, केमिकल के छिड़काव, बिजली के झटके, जलने से, मशीन से दुर्घटनाओं में मृत्यु या शारीरिक क्षति पर लागू है। इसमें पीड़ित परिवार को अधिकतम 10 लाख की आर्थिक मदद मिलती है।
[ad_2]
Source link