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बैतूल शहर के हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी में रहने वाले बहू और बेटे ने अपने बुजुर्ग बीमार माता पिता को बोझ मान लिया। बुजुर्ग दंपती के कमरे की खिड़की और दरवाजे के सामने दीवार खड़ी करके उन्हें कैद कर दिया। इससे वे इलाज भी नहीं करवा पा रहे थे।
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जिस बहू ने बुजुर्ग दंपती के साथ अमानवीय व्यवहार किया है, वहां एक निजी स्कूल की संचालक है। जब बुजुर्ग दंपती को कहीं से भी मदद नहीं मिली तो अपनी पीड़ा का वीडियो बनाकर परिजनों को भेज दिया। बात कलेक्टर तक पहुंची तो वह बुजुर्ग दंपती के घर पहुंचे और बहू को फटकार लगाई। साथ ही दीवार तोड़ने के निर्देश दिए। पुलिस ने इस मामले में केस दर्ज कर लिया है।
ब्रेन हेमरेज से कोमा में बिस्तर पर बुजुर्ग, पत्नी नहीं जा पा रही थी अस्पताल
बुजुर्ग लता भार्गव के पति नेवी से रिटायर्ड कैप्टन महादेव भार्गव हैं। उनकी बहू यूरो किड्स स्कूल की संचालिका प्राची भार्गव और बेटे जितीन है। महादेव भार्गव ब्रेन हेमरेज से 9 साल से बिस्तर पर हैं। दीवार बनाने से इलाज भी नहीं हो रहा था। बहु प्राची भार्गव का कहना है कि उन पर जो आरोप लगाए गए हैं वह झूठे और निराधार हैं। जिस मकान में मैं रहती हूं, उसमें माताजी को दो हजार वर्ग फीट की जगह अलग दी गई है, जिसमें वह रहती हैं।
और कलेक्टर कहते हैं… बेटा बाहर रहता है। सास-ससुर के यहां पर मिलने लोग आते हैं। इसके चलते बहू ने दीवार बना दी है। सास-ससुर को निकलने के लिए कम जगह बची है। बहू को मानवता के नाते दीवार हटाने के निर्देश दिए हैं। एक दिन का समय मांगा है। दीवार नहीं हटाते हैं तो कार्रवाई की जाएगी। – नरेंद्र सूर्यवंशी, कलेक्टर
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