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अलग गुरुद्वारा कमेटी की मांग करते सरपंच लाडी प्रधान।
हरियाणा में अलग गुरुद्वारा कमेटी की मांग को लेकर मामला फिर से गर्मा गया है। इस मुद्दे पर सिख समुदाय में चर्चाएं तेज हो गई हैं और इसे लेकर एक महा पंचायत बुलाई गई है। यह महा पंचायत 23 जून को तरावड़ी गुरुद्वारा में आयोजित की जाएगी।
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लाडी प्रधान का बयान
सिख समाज के प्रतिनिधि और सौंकड़ा गांव के सरपंच लाडी प्रधान ने बताया कि हरियाणा में गुरुद्वारा प्रबंध कमेटी अलग बनाने के लिए सिख समाज लंबे समय से संघर्ष करता आ रहा है। उन्होंने बताया कि इसके लिए सिखों को जेल भी काटनी पड़ी है और ट्रेनें भी रोकनी पड़ी हैं। सुप्रीम कोर्ट में भी केस लड़े गए और वहां भी जीत हासिल हुई।
सुप्रीम कोर्ट का निर्देश
लाडी प्रधान ने कहा कि माननीय सुप्रीम कोर्ट ने हरियाणा सरकार को नोटिफिकेशन जारी किया था कि सिखों की अलग वोटें बनाकर चुनाव आयोग के तहत इलेक्शन करवाया जाए, ताकि गुरुद्वारों की सेवा सिख समुदाय के प्रतिनिधि संभाल सकें।
एडॉप्ट कमेटी का मुद्दा
लाडी प्रधान ने आरोप लगाया कि हरियाणा सरकार ने इसके विपरीत एक एडॉप्ट कमेटी बनाई और 18 महीने तक यह कमेटी चलाई। उनके अनुसार, इस कमेटी ने 18 महीने तक भ्रष्टाचार किया, गुरुद्वारा साहिब की गाड़ियों का निजी इस्तेमाल किया और पैसे का दुरुपयोग किया। 18 महीने पूरे होने के बाद भी चुनाव नहीं करवाया गया। अब हरियाणा सरकार फिर से एडॉप्ट कमेटी बनाने की तैयारी में है, ताकि कमेटी के माध्यम से दोबारा से लूटखसोट की जा सके।
प्रधानी के चक्कर का सवाल
लाडी प्रधान ने स्पष्ट किया कि अलग कमेटी के लिए संघर्ष कर रहे मेंबर्स ने कभी भी प्रधान नहीं बदला। पहले भी जगदीप सिंह जिंडा प्रधान थे। जब एडॉप्ट कमेटी बनाई गई थी, उसके 38 मेंबर आपस में 18 महीने तक अपनी कुर्सी के लिए लड़ते रहे और हाईकोर्ट के वकीलों को 15-15 लाख रुपए दिए। लेकिन संघर्ष कमेटी का कोई भी मेंबर प्रधानी की कुर्सी के लिए नहीं लड़ा।
सिख समाज का रुख
लाडी प्रधान ने कहा कि सिख समाज अब एडॉप्ट कमेटी को कतई बर्दाश्त नहीं करेगा। हरियाणा सरकार को चुनाव करवाना होगा, ताकि सिख समाज अपना प्रतिनिधि चुन सके और वही प्रतिनिधि गुरुद्वारों की सेवा संभाले।आगामी महा पंचायत23 जून को तरावड़ी गुरुद्वारा में होने वाली महा पंचायत में इस मुद्दे पर महत्वपूर्ण निर्णय लिए जाने की उम्मीद है। सिख समुदाय के नेता और प्रतिनिधि इस पंचायत में शामिल होंगे और आगे की रणनीति तय करेंगे।
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