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फिर बनी जेटेट की नियमावली, परीक्षा कब होगी यह पता नहीं
राज्य में आठ साल बाद एक बार फिर शिक्षक पात्रता परीक्षा होने की उम्मीद जगी है। सरकार इसके लिए तैयारी में है। शिक्षक पात्रता परीक्षा की नियमावली में संसोधन के बाद अब नई नियमावली की अधिसूचना जारी कर दी है। स्कूली शिक्षा व साक्षरता विभाग की ओर से झारखंड
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परीक्षा कब ली जाएगी, पता नहीं
विभाग की ओर से नई नियमावली की अधिसूचना तो जारी कर दी गई है पर परीक्षा कब ली जाएगी यह तय नहीं है। जबकि शिक्षा का अधिकार अधिनियम के तहत शिक्षक पात्रता परीक्षा हर साल लिया जाना है। जबकि राज्य में पिछले 10 वर्ष में मात्र दो शिक्षक पात्रता परीक्षाएं हुई हैं। पहली परीक्षा वर्ष 2013 और दूसरी वर्ष 2016 में ली गई थी।
इसके बाद से झारखंड में कोई परीक्षा नहीं हुई है। 2019 में बनी परीक्षा नियमावली के बाद भी कोई परीक्षा नहीं हुई। अब जारी 2022 की नई नियमावली में शिक्षक पात्रता परीक्षा लेने को लेकर कोई समय सीमा निर्धारित नहीं की गई है।
हुए हैं कई बदलाव
नई नियमावली में कई तरह के बदलाव किए गए हैं। यह बदलाव परीक्षा पैटर्न में हुए हैं। इसके अतिरिक्त आरक्षित श्रेणी को अंकों के प्रतिशत में छूट दी गई है। वहीं परीक्षा की समय सीमा भी घटाई गई है। अब क्लास छह से आठ के लिए ढ़ाई घंटे की परीक्षा ली जाएगी।
आरक्षित श्रेणी के उम्मीदवार को 5 फीसदी की छूट
जेटेट की परीक्षा में एसटी, एससी, बीसी वन,बीसी टू एवं दिव्यांग श्रेणी के उम्मीदवार को अंक में न्यूनतम 5 फीसदी की छूट दी जाएगी। वहीं विशेष रूप से कमजोर जनजातीय समूह के अभ्यर्थियों को शैक्षणिक, प्रशैक्षणिक प्राप्तांक में 07 फीसदी की छूट दी जाएगी।
ऐसा होगा परीक्षा पैटर्न
जेटेट की परीक्षा में कक्षा एक से पांच और छह से आठ के लिए 150-150 अंकों की परीक्षा ली जाएगी। 150 प्रश्न पूछे जाएंगे। सभी प्रश्न बहु वैकल्पिक होंगे। जबकि पहले क्लास एक से पांच के लिए 200 अंकों की परीक्षा का प्रावधान था। इतने ही प्रश्न पूछे जाने का प्रावधान था। इसी तरह से कक्षा छह से आठ के लिए पहले 250 अंकों की परीक्षा और इतने प्रश्न पूछे जाने का प्रावधान था। वर्ष 2019 में तैयार की गई नियमावली में कक्षा छह से आठ तक में शिक्षक नियुक्ति के लिए ली जानेवाली शिक्षक पात्रता परीक्षा में अंकों के निर्धारण में एकरूपता नहीं थी। अब इसमें एकरूपता लाई गई।
तीन से घटाकर 2.30 घंटे की परीक्षा
वर्तमान नियमावली में प्रारंभिक कक्षा एक से पांच तक को 2.30 घंटे, उच्च प्राथमिक कक्षा 06 से 08 के लिए तीन घंटे और दृष्टि बाधित दिव्यांगों के लिए 30 मिनट अतिरिक्त समय देने का प्रावधान है। नई नियमावली में प्रारंभिक कक्षा एक से पांच तक को 2.30 घंटे, उच्च प्राथमिक कक्षा 06 से 08 के लिए भी अब 2.30 घंटे और दृष्टि बाधित दिव्यांगों के लिए 30 मिनट अतिरिक्त समय देने का प्रावधान किया गया है।
पहले 7 साल के लिए मान्य था जेटेट परिणाम,यह नियम भी हटाया
झारखंड एकेडमिक काउंसिल द्वारा पहले ली गई जेटेट की परीक्षा का रिजल्ट सात साल के लिए नियमावली 2019 में मान्य था। अब नई संशोधित नियमावली में इस नियम को विलोपित कर दिया गया है।
कब-कब नियमावली में हुआ बदलाव
राज्य में आरटीइ के लागू होने के बाद दो बार परीक्षा ली गयी है। पहली परीक्षा साल 2013 में हुई। वहीं दूसरी परीक्षा 2016 में हुई। दोनों ही परीक्षा दो अलग-अलग नियमावली से ली गई। अब तक राज्य में शिक्षक पात्रता परीक्षा के लिए दो बार नियमावली बन चुकी है।
पहली नियमावली वर्ष 2012 में बनी। इसके बाद 2016 में दूसरी नियमावली बनी। तीसरी शिक्षक पात्रता परीक्षा लेने को लेकर साल 2019 में तीसरी बार नियमावली बनी थी। जिसमें एक बार फिर संशोधन करते हुए झारखंड शिक्षक पात्रता परीक्षा नियमावली 2022 बनाई गई है।
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