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नवगठित ग्राम पंचायत सराय में पंचायत भवन का निर्माण कार्य अभी तक 40 प्रतिशत बाकी है। जबकि, तत्कालीन मंत्री व सिकराय विधायक ममता भूपेश ने विस चुनाव आचार संहिता से पहले आनन-फानन में भवन का लोकार्पण भी कर दिया था। इससे पंचायत का स्वयं का भवन नहीं होने से सरपंच व ग्राम विकास अधिकारी को काम-काज करने में परेशानी हो रही है, वहीं लोगों के भी कार्य प्रभावित हो रहे हैं। पंचायत प्रशासन को कार्य व्यवस्था के मद्देनजर स्कूल के पुराने भवन में अस्थायी तौर पर पंचायत भवन का संचालन करना पड़ रहा है।
दरअसल, राज्य सरकार ने सराय ग्राम पंचायत भवन के लिए मूंड़घिस्या रोड़ पर करीब एक बीघा जमीन आवंटित कर 42 लाख रुपए की राशि स्वीकृत की। जहां कार्यकारी निर्माण एजेंसी ग्राम पंचायत ने चारदीवारी के बाद भवन निर्माण कार्य भी शुरू कर दिया।
खास यह है कि भवन निर्माण की नींव लगते ही शिलान्यास करने के बजाय तत्कालीन महिला व बाल विकास मंत्री व सिकराय विधायक ममता भूपेश ने 1 अक्टूबर 2023 को समारोह पूर्वक लोकार्पण कर दिया। जबकि, हकीकत में भवन निर्माण कार्य अभी तक पूरा नहीं हुआ है। वर्तमान में भवन निर्माण कार्य 60 फीसदी ही पूरा हो पाया है। उस दौरान लोकार्पण पट्टिका पर तत्कालीन मंत्री ममता भूपेश के साथ जिला प्रमुख हीरालाल सैनी, कांग्रेस जिलाध्यक्ष रामजीलाल ओढ़, नांगल राजावतान के प्रधान दिनेश कुमार, जिला परिषद सदस्य कल्याण सहाय गोठवाल, उप प्रधान जयंत कुमार मीना, पंस सदस्य राजंती देवी बैरवा सहित स्थानीय सरपंच महेंद्र कुमार महावर के नाम अंकित थे। जबकि, नियमानुसार किसी भी भवन या विकास कार्य का लोकार्पण संपूर्ण होने के बाद ही किया जा सकता है।
धारा सिंह मीना, सीईओ, जिला परिषद, दौसा का कहना है कि ग्राम पंचायत सराय का भवन अधूरा है और लोकार्पण यदि पहले ही कर दिया तो गलत है। हालांकि, मामला मेरे ध्यान में नहीं है। इसकी जल्द जांच कर नियमानुसार कार्यवाही करेंगे।
गणेश विजय, वीडीओ, ग्राम पंचायत, सराय का कहना है कि पंचायत भवन का निर्माण कार्य अभी 40 प्रतिशत बाकी है। जल्दी ही कार्य पूरा करवाने पर जोर है।
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