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नन्हे लाल शर्मा का फाइल फोटो
– फोटो : अमर उजाला
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पीलीभीत के पूरनपुर में शनिवार रात प्रसव के बाद गांव पिपरा मुजप्ता निवासी रीता देवी की मौत हो गई थी। सदमे में उसके पति नन्हे लाल शर्मा ने भी दम तोड़ दिया। बेटा-बहू की मौत से बुजुर्ग मां की हालत भी खराब हो गई है। उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। दंपती की मौत से रिश्तेदार और ग्रामीण स्तब्ध हैं। सभी के जहन में उस नवजात की परवरिश को लेकर सवाल उठ रहे हैं, जो जन्म के दो दिन बाद अनाथ हो गया।
थाना सेहरामऊ उत्तरी के गांव पिपरा मुजप्ता निवासी नन्हे लाल शर्मा शुक्रवार को प्रसव पीड़ा होने पर पत्नी रीता देवी को सीएचसी लेकर पहुंचे थे। आरोप है कि सीएचसी कर्मियों ने निजी अस्पताल जाने की सलाह दी। आशा वर्कर ने कोतवाली रोड पर स्थित रामा नर्सिंग होम में अच्छे इलाज का भरोसा देकर शनिवार को सुबह करीब 10:30 बजे रीता को भर्ती करा दिया।
ऑपरेशन के बाद बिगड़ी थी हालत
आरोप है कि मना करने के बाद भी यहां डॉक्टर ने ऑपरेशन कर दिया। इसके बाद से रीता की हालत लगातार बिगड़ती चली गई। शनिवार शाम तक खून न रुकने पर डॉक्टर ने एक कागज पर जबरन हस्ताक्षर कराकर रीता को बरेली के लिए रेफर कर दिया। बरेली के निजी अस्पताल में पहुंचने पर वहां के चिकित्सक ने तीन घंटे पहले ही मौत होने की जानकारी दी। परिजन रात में ही रीता का शव लेकर रामा नर्सिंग होम पहुंचे थे।
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