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Faridabad-Noida-Ghaziabad Expressway : एनसीआर के तीन बड़े शहरों फरीदाबाद-नोएडा-गाजियाबाद को आपस में जोड़ने वाले एफएनजी एक्सप्रेसवे (FNG Expressway) की राह में ग्रेटर फरीदाबाद में बसीं अवैध कॉलोनियां बड़ी बाधा बन रही हैं। पहले जहां एफएनजी प्रस्तावित था, वहां ये अवैध कॉलोनियां बस गई हैं। ऐसे में एफएनजी के लिए मार्ग में बदलाव करना पड़ेगा और इसके लिए करीब 150 एकड़ जमीन भी हरियाणा सरकार को अधिग्रहित करनी होगी।
हरियाणा सरकार ने अगर फरीदाबाद के मास्टर प्लान पर गंभीरता से काम किया होता तो आज एफएनजी मार्ग पर वाहन दौड़ रहे होते और हजारों लोगों की आवाजाही सुखद होती। एफएनजी का प्रस्ताव मास्टर प्लान-2012, मास्टर प्लान-2022 और मास्टर प्लान-2031 में भी है, लेकिन सरकार इसके प्रति गंभीर नहीं दिखती।
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दिल्ली-एनसीआर में खूबसूरत ग्रेटर फरीदाबाद को बसाने के लिए बनाए गए मास्टर प्लान को अवैध कॉलोनियां बसा कर खराब किया गया है। वकील हरीश भड़ाना का कहना है कि जिन लोगों ने नहर पार के सेक्टरों में घर लिए हैं, वे आशियाने के लिए जद्दोजहद कर रहे हैं, जबकि सरकारी जमीन पर अवैध रूप से बसाई गई कॉलोनियों को नियमित कर दिया गया। इसके चलते मास्टर प्लान का स्वरूप ही बिगड़ गया। मास्टर प्लान के मुताबिक, तिलपत शूटिंग रेंज के आसपास के इलाके समेत विभिन्न इलाकों में रिहायशी सेक्टर योजनाबद्ध तरीके से काटे जाने थे, लेकिन अब इस इलाके में अवैध कॉलोनी बसाकर नियमित करवा दिया गया है। इससे एफएनजी मार्ग की योजना भी अटक गई, क्योंकि जहां से एफएनजी मार्ग निकलना था, वहां अवैध कॉलोनियां बस गईं। एनसीआर प्लानिंग बोर्ड के सुझाव पर फरीदाबाद के मास्टर प्लान में बार-बार ग्रेटर नोएडा और नोएडा से कनेक्टिविटी के लिए यमुना नदी पर दो पुल बनाने का प्रस्तावों को शामिल किया जाता रहा, लेकिन काम शुरू नहीं हुआ।
नोएडा-गाजियाबाद जाने के लिए हजारों लोगों को दिल्ली के कालिंदी कुंज से यमुना का पार करके आवाजाही करनी पड़ती है, जहां उन्हें कई घंटे जाम झेलना पड़ता है।
10 किलोमीटर सड़क फरीदाबाद में तैयार होगी
एफएनजी मार्ग के लिए यमुना पर लालपुर के पास करीब 650 मीटर लंबाई का पुल प्रस्तावित है। इस पुल से सेक्टर-88 स्थित अमृता अस्पताल के पास तक करीब नौ किलोमीटर सड़क तैयार की जाएगी। एक किलोमीटर लंबी सड़क पुल के उस पार उत्तर प्रदेश की सीमा तक भी बनेगी। अगर यूपी ने अपनी योजना में कुछ बदलाव करते हुए नई सड़क का निर्माण किया तो फिर यमुना के पार सड़क निर्माण की जरूरत नहीं होगी। यूपी सरकार की सड़क सीधे यमुना पुल तक होगी। एफएनजी बनने से फरीदाबाद-नोएडा-गाजियाबाद की कनेक्टिविटी बेहतर होगी। इस सड़क के निर्माण से करीब14 गांवों के लोगों की आवाजाही सुविधाजनक हो जाएगी।
दिल्ली-एनसीआर के लोगों को सुविधा होगी
एफएनजी मार्ग दिल्ली-एनसीआर के शहरों की जीवन रेखा बनेगा। इससे फरीदाबाद-नोएडा-गाजियाबाद के अलावा दिल्ली और अन्य शहरों के लोगों को भी सुविधा होगी। फरीदाबाद से नोएडा-गाजियाबाद की आवाजाही आसान होगी। गुरुग्राम रोड से भी इसे जोड़ा जा सकेगा। एफएनजी मार्ग बनने से गुरुग्राम, सोहना, फरीदाबाद से ग्रेटर नोएडा, नोएडा, गाजियाबाद और मेरठ आना-जाना आसान होगा।
फरीदाबाद नगर निगम के सेवानिवृत्त अधिकारी रवि सिंघला ने कहा, ”मास्टर प्लान पर गंभीरता से अमल नहीं किया गया। इसके कारण ग्रेटर फरीदाबाद में अवैध कॉलोनियां बस गईं। इससे एफएनजी मार्ग की योजना भी अटक गई। सरकार सख्ती से मास्टर प्लान को लागू करे, ताकि एफएनजी मार्ग बन सके।”
सेवानिवृत्त पुलिस अधिकारी दर्शनलाल मलिक ने कहा, ”करीब डेढ़ दशक पहले एफएनजी मार्ग के निर्माण की बात हुई थी, लेकिन सत्ता में बैठे लोगों ने इस योजना को पर गंभीरता नहीं दिखाई। अगर यह मार्ग बन जाए तो लोगों में नोएडा जाने में कालिंदी कुंज के जाम में नहीं फंसना पड़ेगा।”
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