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करीब एक सप्ताह पहले जयपुर में विदेशी महिला को नकली ज्वेलरी बेचकर 6 करोड़ रुपए ठगने का मामला सामने आया था।
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जयपुर निवासी ज्वेलर बाप-बेटे राजेंद्र और गौरव सोनी अमेरिकी महिला चेरिश को 2 साल से ठग रहे थे। चेरिश के अलावा बाप-बेटे 7 अन्य अमेरिकियों को भी ठग चुके हैं।
अब तक की इंवेस्टिगेशन में 20 करोड़ की ठगी सामने आ चुकी है।
गौरव ने ठगी के पैसे से जयपुर के पॉश इलाके में 3.5 कराेड़ का फ्लैट खरीदा। साथ ही 3 करोड़ से ज्यादा कीमत का बंगला है।
उसने फर्जीवाड़े के लिए 3 साल पहले पत्नी के नाम से कंपनी बनाई थी, जिसके जरिए करोड़ों रुपए का लेनदेन किया।
3 तरीकों से करते ठगी
- कांच के टुकड़े को बताते हीरा : आरोपी 300 रुपए के मोजोनाइट स्टोन (कांच के टुकड़े जैसा उत्पाद) की डायमंड की तरह कटिंग कराते। इसके बाद नकली हॉलमार्क सर्टिफिकेट से इस कांच के टुकड़े को हीरा बताकर विदेशियों को झांसे में लेते।
- 9 कैरेट को बताते 14 कैरेट गोल्ड : जैसे इंडिया में आमतौर पर लोग 22 कैरेट गोल्ड की ज्वेलरी ज्यादा प्रिफर करते हैं, वैसे ही अमेरिका में 14 कैरेट की ज्यादा डिमांड है। बाप-बेटे को 14 कैरेट का ऑर्डर मिलता तो वो 9 कैरेट ही तैयार करते और उसी को 14 कैरेट बताकर बेच देते।
- चांदी पर सोने की पॉलिश : राजेंद्र सोनी का सोने और चांदी के गहनों व बर्तनों पर पॉलिश का काम है। ऐसे में कई बार वो चांदी के गहनों पर भी गोल्डन पाॅलिश कर उसको सोना बनाकर बेच देते थे। उनका प्रतिष्ठान 50 साल से ज्यादा पुराना था और नकली हॉलमार्क सर्टिफिकेट भी रखते थे। यही वजह है कि किसी को कोई शक नहीं हुआ।
पढ़िए ठगी के शिकार अमेरिकी लोगों की आपबीती…
शिकायत-1 : 5 लाख डॉलर से ज्यादा का नुकसान
रॉबिन गिब्सन नाम के अमेरिकी बिजनेसमैन ने शिकायत दी है कि 2018 में उसने गौरव और उसके पिता राजेंद्र के साथ काम शुरू किया था। रॉबिन के नाम से ज्वेलरी कंपनी है। उन्होंने गौरव को ओरिजिनल डायमंड और 14 कैरेट गोल्ड में ज्वेलरी ऑर्डर की थी। उसने मोजोनाइट और 9 कैरेट सोने में ज्वेलरी भेज दी। इस वजह से उसे 5 लाख डॉलर से ज्यादा का नुकसान हुआ।
शिकायत-2 : ठगी सामने आने पर बात करने से भी इनकार
बिजनेसवूमन निकोल ने बताया कि उसका ओरा निकोल ज्वेलरी के नाम से बिजनेस है। रामा एक्सपोट्र्स के गौरव से उसने पिछले कुछ समय में ज्वेलरी खरीदी थी। उसने नकली डायमंड भेज दिए थे। गौरव से बात की तो उसने मना कर दिया। गौरव और उसके बीच बातचीत का भी पिछले सप्ताह वीडियो डाला था। 6 फरवरी 2021 से लेकर 3 जून 2024 तक उसने ज्वेलरी के लिए 28500 डॉलर की पेमेंट अकाउंट से भेजी है। निकोल ने शिकायत में लिखा कि वह गौरव को जेल में देखना चाहती है ताकि वह किसी और के साथ धोखा न कर सके।
निकोल नाम की अमेरिकी महिला की शिकायत।
शिकायत-3 : नकली ज्वेलरी के 2 लाख डॉलर चुकाए
स्टेफिनी ब्रुक्स ने बताया कि मैंने कुछ समय के लिए रामा एक्सपोट्र्स के साथ काम किया था। मैंने अपने आइटम चेक कराए तो वे कॉपर और मोजोनाइट के निकले थे। जबकि असली डायमंड और ज्वेलरी के काफी रुपए दिए थे। दूसरी कंपनी में बात की तो पता लगा कि फ्रॉड हुआ है। उन्होंने क्राइम किया है।
शिकायत-4 : नकली ज्वेलरी के 2 लाख डॉलर चुकाए
नैन फुस्को ने शिकायत में बताया कि मैंने गौरव के साथ 2014 में काम शुरू किया था। पिछले साल उसे असली डायमंड और ज्वेलरी का ऑर्डर दिया था। उसने जो भी पीस भेजे थे, वे मोजोनाइट और कांच के बने हुए थे। मैंने उसे 2 लाख डॉलर डिलीवरी मिलने पर दिए थे। पिछले साल एक स्टोर ने मुझे ज्वेलरी लेकर बुलाया। उन्होंने कहा कि वे सारे ब्रेसलेट खरीद लेंगे। जांच के बाद उन्होंने कहा- ये डायमंड नकली हैं। मैंने उन्हें ग्लोबल जेम्स लैब के सर्टिफिकेट भी दिखाए थे, लेकिन वो लोग नहीं माने। ज्वेलरी नकली होने का खुलासा होने के बाद मैंने लैब से संपर्क की कोशिश की, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला। गाैरव से लैब का नंबर मांगा तो वह बहस करने लगा।
नैन फुस्को ने शिकायत में बताया कि 2 लाख डॉलर के बदले गौरव ने उसे नकली ज्वेलरी बेच दी।
शिकायत-5 : नकली डायमंड की बात कबूली
एक महिला ने शिकायत में बताया कि गौरव बहुत शातिर फ्रॉड है। वह हमेशा से झूठ बोलता रहा है। मैंने उसे डायमंड का ऑर्डर किया था। उसने फर्जी लेबल लगाकर भेज दिए। मेरी उससे वॉट्सऐप पर बात हुई थी, जिसमें उसने नकली डायमंड की बात कबूल की। मैंने उसे 13000 डॉलर अकाउंट में भेजे। वह झूठ बोलता रहा कि उसे पेमेंट नहीं मिली है।
शिकायत- 6 : नकली स्टोन भेज दिए
ग्रेचेने ने बताया कि कुछ समय पहले उसने गौरव के साथ बिजनेस किया था। उसने नकली स्टोन के साथ ज्वेलरी भेज दी थी। ग्रेचेने ने बताया कि उसने गौरव को फ्रॉड करने पर पुलिस में शिकायत करने की बात कही थी। इसके बाद से गौरव उसे परेशान कर रहा है।
शिकायत- 7 : पेंडेंट में नकली डायमंड
डोरोन लिंज ने बताया कि मैंने दो गोल्ड और डायमंड के पेंडेंट रामा इंपोट्र्स से खरीदे थे। पेंडेंट में जो डायमंड लगे हुए थे, वे असली नहीं निकले। सारे डायमंड नकली थे। पेंडेंट से कुछ डायमंड निकल गए थे, तब मैंने लोकल ज्वेलर के पास रिपेयर कराए थे। उसने बताया कि ये सारे नकली हैं।
(इन सभी ने अमेरिकन एंबेसी को शिकायत भेजी है।)
डोरोन लिंज ने बताया कि वह लोकल ज्वेलर के पास गई, तब पता चला कि ये सारी ज्वेलरी नकली है।
बाप पॉलिश, बेटा ज्वेलरी एक्सपोर्ट के बिजनेस में
जयपुर के गोपालजी का रास्ते में प्लांट नंबर 1009 में रामा एक्सपोट्र्स और रामा एंड संस ज्वेलरी की फर्म है। यहां पर राजेंद्र सोनी और उसका बेटा गौरव काम करते हैं।
राजेंद्र सोनी सोने और चांदी के गहनों व बर्तनों पर पॉलिश का काम करते हैं। गौरव अमेरिका सहित कई देशों में डायमंड और ज्वेलरी एक्सपोर्ट करता है।
पहले वह पिता के साथ ही काम करता था, लेकिन पांच साल से इसी बिल्डिंग में किराए पर दुकान लेकर अलग काम कर रहा है।
गौरव जयपुर और राजस्थान का लोकल काम बिल्कुल भी नहीं करता था। लोकल काम में जल्दी भंडाफोड़ होने का डर था।
गौरव के पास 15 से ज्यादा विदेशी क्लाइंट थे। ऑर्डर मिलने पर वह दुकान में ही माल तैयार करवाता था। उसने अलग से कारीगर रखे हुए थे। वह कस्टम से माल निकाल कर भिजवा देता था।
राजेंद्र सोनी के तीन बेटे रॉबिन, हर्ष और गौरव थे। पिछले साल हार्ट अटैक आने से हर्ष की मौत हो गई। रॉबिन मुंबई में आदित्य बिरला ग्रुप में काम करता है। वह कभी-कभार जयपुर आता है।
हॉलमार्क लगे हुए नकली सर्टिफिकेट। इन्हीं के दम पर ठग बाप-बेटे नकली ज्वेलरी बेचकर करोड़ों रुपए ठग रहे थे।
पत्नी रजनी के नाम पर तीन साल पहले शुरू की नई कंपनी
गौरव 5 साल पहले पिता से अलग होकर काम करने लग गया। 19 मई 2021 को पत्नी रजनी के नाम पर रजनी एक्सपोर्ट कंपनी का रजिस्ट्रेशन कराया।
पुलिस ने कंपनी रजिस्ट्रार से पूरा रिकॉर्ड निकलवाया है, जिसमें पता लगा कि गौरव ने पत्नी की कंपनी के नाम पर ही नया बैंक अकांउट खुलवाया था। इसी अकाउंट से वह ऑनलाइन लेनदेन करता था।
एडिशनल एसपी बजरंग सिंह शेखावत ने बताया कि रजनी एक्सपोर्ट के अकाउंट में करोड़ों रुपए के लेनदेन का रिकॉर्ड मिला है। जांच में गौरव के साथ उसकी पत्नी रजनी की भी भूमिका सामने आई है।
पूरा लेनदेन रजनी के नाम से उसकी फर्म से किया जा रहा था। उसी के अकाउंट में रुपयों का लेनदेन हो रहा था। रजनी फिलहाल पति गौरव और ससुर राजेंद्र के साथ फरार है।
गौरव ने एक साल पहले 2.88 करोड़ रुपए जमा कराकर इसी बिल्डिंग में 3.50 करोड़ के फ्लैट की बुकिंग कराई थी।
3.50 करोड़ का फ्लैट खरीदा, 2.88 करोड़ कैश जमा कराए
गौरव ने एक साल पहले सी-स्कीम में अक्षत दुर्लभ में फ्लैट की बुकिंग कराई थी। गौरव ने बिल्डर को फ्लैट के लिए 2.88 करोड़ रुपए जमा भी करवा दिए।
हालांकि बिल्डिंग में अभी फिनिशिंग का काम चल रहा है। ग्राहकों को फ्लैट हैंडओवर नहीं किए हैं।
गौरव का सिविल लाइंस के भगत वाटिका में बंगला भी है। इसकी कीमत भी 3 करोड़ रुपए से अधिक की है।
यहां पर गौरव के पिता राजेंद्र सोनी परिवार के साथ रहते हैं। गौरव उद्योग भवन के सामने तिलक मार्ग पर रॉयल साकेत कॉम्प्लेक्स में फ्लैट नंबर 402 में पत्नी के साथ किराए से रहता है।
इसके अलावा गोपालजी के रास्ते में भी पुराना पुश्तैनी मकान है। यहां पर दुकान किराए पर ले रखी थी।
गौरव और उसके पिता राजेंद्र सोनी के पास यह बंगला भी है, जिसकी कीमत 3 करोड़ से ज्यादा है।
यूएसए की चेरिश दो साल से कर रही थी लेनदेन
यूएसए की चेरिश पिछले दो साल से गौरव सोनी से लेनदेन कर रही थी। उसका 2022 में गौरव से परिचय हुआ था।
चेरिश का भी डायमंड के साथ ज्वेलरी का काम है। उसने 400 से ज्यादा आइटम गौरव से खरीदे थे। गौरव एक्सपोर्ट कर पूरा माल क्लियर करवा कर चेरिश के पास भेज देता था।
चेरिश ने करीब 6 करोड़ रुपए का माल गौरव से खरीद लिया था। चेरिश को वह डायमंड का सर्टिफिकेट भी देता था। इस वजह से चेरिश को गौरव पर भरोसा हो गया था।
नकली ज्वेलरी मिलने पर एग्जीबिशन में स्टॉल बंद कराई
चेरिश ने मई 2024 में यूएसए में ज्वेलरी एग्जीबिशन में स्टॉल लगाई थी। एग्जीबिशन में फ्री में ज्वेलरी की जांच हो रही थी और बाहर इसी जांच के 7 डॉलर देने पड़ते।
ऐसे में चेरिश ने वहां डायमंड की जांच कराई। जांच में सामने आया कि उसे डायमंड के नाम पर मात्र 300 रुपए का मोजोनाइट स्टोन दे दिया गया था।
ज्वेलरी की जांच कराई तो पता चला कि चांदी की चेन पर गोल्डन पॉलिश की गई है। चेरिश ने इस नकली ज्वेलरी के 6 करोड़ चुकाए थे।
वहीं नकली ज्वेलरी का पता चलने पर चेरिश को एग्जीबिशन से बाहर निकाल दिया गया। उसकी स्टॉल को बंद करवा दिया गया।
यूएसए की चेरिश, जिसकी शिकायत के बाद बाप-बेटे की ठगी का खुलासा हुआ।
चेरिश भारत लौटी तो डील फिक्स करने लगा गौरव
एग्जीबिशन से निकाले जाने के बाद चेरिश भारत आई। गौरव के पास पहुंच कर उसने नकली ज्वेलरी और डायमंड को लेकर सवाल किए।
गौरव ने उसे दूसरी ज्वेलरी ऑफर की, लेकिन चेरिश ने अपने पैसे वापस मांगे। गौरव ने देने से मना कर दिया तो चेरिश ने उसे पुलिस में शिकायत करने की धमकी दी। इसे लेकर दोनों के बीच कहासुनी भी हुई।
गौरव ने उससे जल्दी ही सेटलमेंट का भरोसा दिलाया। चेरिश अपना सामान लेकर वहां से चली गई। इधर, गौरव ने माणक चौक थाने में चेरिश के खिलाफ लूटपाट की रिपोर्ट दे दी।
गौरव ने पुलिस को वही फुटेज दी, जिसमें चेरिश अपनी ज्वेलरी लेकर रख रही थी। तब चेरिश ने भी माणक चौक थाने में 18 मई को ठगी का मुकदमा दर्ज कराया।
12वीं पास नंदकिशोर ज्वेलरी के नकली सर्टिफिकेट देता था। ज्वेलर ही उसे बताता था कि 14 कैरेट का सर्टिफिकेट देना है या 18 कैरेट का।
12वीं पास कर रहा था जांच, 90% नकली हॉलमार्क सर्टिफिकेट
एडिशनल एसपी बजरंग सिंह ने बताया कि नकली सर्टिफिकेट देने वाले 12वीं पास नंदकिशोर को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
वह मूलत: हनुमानगढ़ के पीलीबंगा का रहने वाला है और जयपुर में सिद्धार्थनगर, मालवीय नगर में किराए के मकान में रहता है।
पहले दूसरे ज्वेलर के पास काम सीखता था। करीब 4 साल से वह नंदा जेम्स स्टोन के नाम से खुद का काम करने लगा था।
हैरानी की बात है कि उसके पास लैब टेस्टिंग में कोई मशीनरी भी नहीं थी। कोई रजिस्ट्रेशन का सर्टिफिकेट भी नहीं था।
वह नकली हॉलमार्क के साथ शुद्धता का सर्टिफिकेट बनाकर दे देता था। उसने पुलिस को बताया कि ज्वेलर ही उसके पास लिख कर देता था कि 14 कैरेट या 18 कैरेट का सर्टिफिकेट देना है।
नंदकिशोर को जेल भेज दिया गया है। उसकी एक दिन पहले ही सेशन कोर्ट से जमानत याचिका रिजेक्ट हुई है।
एडिशनल एसपी बजरंग सिंह ने बताया- जांच में सामने आया कि जयपुर में 90 प्रतिशत लैब में ऐसे ही नकली हाॅलमार्क लगाकर सर्टिफिकेट दिए जा रहे हैं। ऐसे लैब वाले लोगों पर शिकंजा कसा जाएगा।
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