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नदी गेट पर गुरुद्वारा के पास चौपाटी पर रात में दुकानें बंद कराने पहुंचे इंदरगंज टीआई धर्मेंद्र कुशवाह ने काउंटर में लात मार दी। इसका एक सीसीटीवी फुटेज सामने आया है। इसमें साफ देखा जा सकता है कि टीआई के काउंटर में लात मारने के बाद दुकानदार घबरा जाता ह
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दुकान पर काम करने वाले लड़के जल्द टेबल हटाते हुए देखे जा सकते हैं। दुकानदारों का कहना है कि आए दिन हमारे साथ ऐसे ही पुलिसिया रौब दिखाया जाता है। अगर निर्धारित समय से ज्यादा हमारी दुकानें खली मिलें तो क्या उन्हें इस तरह से बंद कराएंगे। इस मामले में टीआई धर्मेंद्र कुशवाह का कहना है कि रात 11 बजे का समय दुकानें बंद करने के लिए निर्धारित किया गया है। फिर चौपाटी पर दुकानदार इसका उल्लंघन करते हैं। कई बार टीम से इनकी बहस भी हुई। सभी को समझाइश भी दी गई है वह समय का ध्यान रखें, फिर भी दुकानदार अपनी आदतों से बाज नहीं आ रहे हैं।
2 जून की रात में भी हुआ विवाद
दुकानदारों का कहना है कि 2 जून की रात में भी इंदरगंज थाने के स्टाफ ने दुकानदारों से विवाद किया था। एक पुलिसकर्मी ने युवक पर हाथ भी उठा दिया था। इसका फुटेज भी दुकानदार दिखा रहे हैं। उधर पुलिस का कहना है कि दुकानें बंद करने के निर्धारित समय का सभी दुकानदार पालन करें।
हाईकोर्ट ने कहा : पुलिस को दुकानें बंद कराने का अधिकार नहीं
यह प्रथा लंबे समय से चली आ रही है अगर कोई रात के समय बाहर निकलता है तो पुलिस उससे पूछताछ करेगी। बाजार को बंद कराएगी, लेकिन मद्रास हाईकोर्ट ने हाल ही में एक आदेश में स्पष्ट किया है कि पुलिस को रात में दुकानों और खाने-पीने की दुकानों को बंद करने के लिए कहने का कोई अधिकार नहीं है। जस्टिस के रवि चंद्रबाबू ने जो आदेश दिया, उसमें नियम पुस्तिका के अनुसार कहा गया है कि पुलिस जो कर रही है वह कानूनी नहीं है।
ऐसा कोई नियम या कानून नहीं है जो पुलिस को रात के समय किसी दुकानदार को दुकान बंद करने के लिए कहने का अधिकार देता हो, किसी व्यक्ति को सार्वजनिक स्थान छोड़ने का आदेश देना तो दूर की बात है। इस मुद्दे पर पुलिस अधिकारियों से बात की तो उनका कहना है कि अगर रात के समय बाहर कम लोग होंगे तो इससे उनका काम आसान हो जाएगा। इससे अपराध कम होंगे।
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