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वीर शिरोमणी महाराणा प्रताप का 484वें जन्मोत्सव रविवार को शहर में मनाया जा रहा है। राजपूत समाज द्वारा महलवाड़ा से तिरंगा व केसरिया ध्वज के साथ शौर्य यात्रा निकाली गई। जय भवानी, जय शिवाजी… जय महाराणा, जय शिवा सरदार की…. जय महाराणा प्रताप की…उद्घोष
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शौर्य यात्रा के शुभारंभ के पहले महलवाड़ा में हाथों में तलवार लिए मौजूद समाज की बालिकाएं
श्री महाराणा प्रताप जन्मोत्सव समिति एवं समस्त राजपुताना संगठन द्वारा शौर्य यात्रा निकाली जाएगी। शौर्य यात्रा में सबसे आगे बुलेट पर तिरंगा ध्वज एवं भगवा ध्वज लेकर युवा सवार थे तो इनके पीछे अश्व पर ध्वज थामे समाजजन सवार थे। समाज की बालिकाएं एक वेशभूषा में सिर पर केसरिया साफा पहने हाथों में तलवार लिए जय शिवा सरदार की….जय महाराणा प्रताप की …उद्घोष के साथ कदम से कदम मिलाकर चल रही थी।
बैंड पर महाराणा प्रताप के गीत व ढोल नगाड़े की गूंज के साथ राजपूत समाजजन व महिलाएं पारपंरिक वेशभूषा में शामिल हुए। यात्रा में चार भव्य रथ भी शामिल किए गए। रथ में सबसे पहले महाराजा रतन सिंह का चित्र, दूसरे रथ में छत्रपति शिवाजी महाराजा का चित्र, चौथे रथ में महाराणा प्रताप का चित्र शामिल था।
सैलाना बस स्टैंड महाराणा प्रताप चौक स्थित महाराणा प्रतिमा की प्रतिमा (स्टेच्यू) को आकर्षक रुप से सजाया गया है।
शौर्य यात्रा में शामिल समाजजन।
शौर्य यात्रा में भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष राजेंद्रसिंह लुनेरा, राजेंद्र सिंह गोयल, विजय सिंह हारोड, विजय सिंह चौहान, अजीत सिंह सांखला, महेंद्र सिंह राठौर, नरेंद्र सोलंकी समेत श्री महाराणा प्रताप जन्मोत्सव समिति, चारभूजा नाथ राजपूत समाज ट्रस्ट एवं नवयुवक मंडल, राजपूत नवयुवक मंडल न्यास एवं समस्त राजपूताना संगठन के पदाधिकारी, सदस्य व बड़ी संख्या में समाजजन मौजूद रहे।
शौर्य यात्रा में बड़ी संख्या में समाज की महिलाएं पारपंरिक वेशभूषा में शामिल हुई।
इन मार्गों से होकर निकली शौर्य यात्रा
तिरंगा व केसरिया ध्वज थाम युवा बुलेट पर सवार हुए।
शौर्य यात्रा महलवाड़ा से प्रारंभ होकर डालूमोदी बाजार, माणकचौक, घास बाजार, चौमूखीपुल, चांदनी चौक, तोपखाना, गणेश देवरी, रानी जी का मंदिर, शहीद चौक होते हुए महाराणा प्रताप चौक सैलाना बस स्टैंड पर समाप्त महाराणा प्रताप की प्रतिमा (स्टेच्यू) पर माल्यार्पण कर समाप्त हुई। शौर्य यात्रा का शहर में अनेक सामाजिक संगठनों, संस्थाओं ने स्वागत किया।
शौर्य यात्रा में अश्व पर सवार समाजजन।
यात्रा में शामिल रथ।
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