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लोक गायिका नेहा सिंह राठौर ने पहले सीधी कांड का वीडियो पोस्ट किया, फिर 6 जुलाई को एक मीम पोस्ट किया, जिसमें आरोपी शख्स को आरएसएस की ड्रेस में दिखाया गया।
भोजपुरी गायिका नेहा सिंह राठौर की मुश्किलें कम नहीं हुई हैं। मध्यप्रदेश हाईकोर्ट ने उन पर दर्ज एफआईआर रद्द करने से इनकार कर दिया है। दरअसल, पिछले दिनों नेहा सिंह राठौर ने मध्यप्रदेश के सीधी जिले में हुए पेशाब कांड को लेकर एक्स पर पोस्ट किया था, जिसे
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सुनवाई के दौरान जस्टिस जी.पी सिंह अहलूवालिया की कोर्ट ने सवाल किया कि “नेहा सिंह राठौर ने सोशल मीडिया पर पोस्ट किए गए कार्टून में एक “विशेष विचारधारा” की ड्रेस का जिक्र करते हुए आखिर क्यों जोड़ा?। कोर्ट ने यह भी कहा कि पेशाब कांड के घटना के समय आरोपी ने वह ड्रेस नहीं पहनी थी। हाईकोर्ट ने यह भी कहा कि आवेदक ने ट्विटर और इंस्टाग्राम अकाउंट पर जो कार्टून अपलोड किया, वो उस घटना के अनुरूप नहीं था।
कुछ दिनों पहले नेहा सिंह राठौर ने सीधी पेशाब कांड को लेकर सोशल मीडिया में लिखा था कि आरएसएस की ड्रेस पहने एक शख्स दूसरे के सामने बैठकर पेशाब करता हुआ दिखाई दे रहा है। इसके बाद आईपीसी की धारा 153 ए (धर्म, जाति, जन्म स्थान, निवास के आधार पर विभिन्न समूहों के बीच दुश्मनी को बढ़ावा देना) के तहत भोजपुरा गायिका नेहा सिंह के खिलाफ राजधानी के हबीबगंज थाने में मामला दर्ज किया गया।
हाई कोर्ट में नेहा सिंह राठौर के वकील ने अरुवेन्द्र सिंह परमार ने एफआईआर को रद्द करने की मांग की और तर्क दिया कि आईपीसी की धारा 153 (ए) के तहत कोई अपराध नहीं बनता है। वहीं, राज्य सरकार के वकील ने याचिका मेें जमानत का विरोध करते हुए कहा कि इस तरह के पोस्ट से तनाव बढ़ गया था। सीधी पेशाब कांड़ का आरोपी प्रवेश शुक्ला कथित तौर पर भारतीय जनता पार्टी का कार्यकर्ता था।
हाईकोर्ट ने कहा कि कलाकार को व्यंग्य के जरिए आलोचना करने की आजादी है, लेकिन किसी विशेष ड्रेस को जोड़ना व्यंग्य सही नहीं है। सीधी पेशाब कांड को लेकर लोक गायिका नेहा सिंह ने साल 2023 में अपने सोशल हैंडल्स पर एक पोस्ट की थी, जिसमें एक व्यक्ति को एक आदिवासी के ऊपर पेशाब करते हुए दिखाया गया था।
यही नहीं, जिस व्यक्ति को पेशाब करते हुए नेहा सिंह ने पोस्ट किया था। वह व्यक्ति आरएसएस की ड्रेस में दिखाया गया था। इसे लेकर भोपाल के हबीबगंज थाने में नेहा सिंह के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज किया था। इस मामले पर खारिज के लिए भोजपुरी गायिका नेहा सिंह मध्य प्रदेश हाई कोर्ट में पहुंची थी। मामले पर बीते दो साल पहले सीधी पेशाब कांड को लेकर जमकर राजनीति हुई। भाजपा के कार्यकर्ता और पूर्व विधायक प्रतिनिधि प्रवेश शुक्ला को पुलिस ने गिरफ्तार भी किया गया था।
लोक गायिका नेहा सिंह राठौर के एम,पी में काबा वाले मैसेज पर मध्य प्रदेश के एक बीजेपी कार्यकर्ता सूरज खरे ने इस संदेश को सीधी पेशाब कांड से जोड़ते हुए जुलाई 2023 को भोपाल के हबीबगंज थाने में एफआईआर दर्ज़ करवाई थी। इसके बाद पुलिस ने नेहा सिंह राठौर के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 153 A के तहत दो समुदायों के बीच वैमनस्यता फैलाने के आरोप में केस दर्ज किया था।
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