[ad_1]
अस्पताल में डॉक्टर द्वारा शराब के नशे में ड्यूटी करने का एक और मामला सामने आया है। बैरागढ़ सिविल अस्पताल के बाद अब जवाहर लाल नेहरू गैस राहत अस्पताल (डीआईजी बंगला अस्पताल) में ड्यूटी डॉक्टर ने आधी रात सिक्योरिटी गार्ड के साथ नशे में नजर आए। इस दौरान जब
.
हालांकि मामले की जानकारी मिलते ही अस्पताल प्रबंधन ने डॉक्टर को वहां से हटाकर दूसरे डॉक्टर को ड्यूटी पर भेज दिया। अब डॉक्टर के खिलाफ आधिकारिक जांच के आदेश जारी किए गए हैं। मालूम हो कि इससे पहले बैरागढ़ सिविल अस्पताल में भी डॉक्टर द्वारा ड्यूटी पर शराब पीने का मामला सामने आ चुका है।
जानकारी के मुताबिक अस्पताल के डॉक्टर इकराम खान रात शुक्रवार रात करीब 08.30 बजे नाइट ड्यूटी पर पहुंचे। इमरजेंसी में मरीजों को देखने के बाद रात करीब 2.30 बजे उन्होंने सिक्योरिटी गार्ड के साथ ड्यूटी रूम में ही शराब पी। इसके बाद सिक्योरिटी गार्ड डॉक्टर के ड्यूटी टेबल पर ही सो गया।
रात करीब 3 बजे एक महिला अस्पताल की इमरजेंसी में पहुंची तो डॉक्टर ने उन्हें दूर से ही देखकर दवाएं लिख दी। डॉक्टर को नशे में देख महिला और उसके परिजनों ने हंगामा शुरू कर दिया। डॉक्टर का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया।
ड्यूटी पर नशे की हालत में डॉक्टर और सिक्योरिटी गार्ड।
ड्यूटी के दौरान देखे 31 मरीज
जानकारी के अनुसार डॉक्टर इकराम खान ड्यूटी के दौरान करीब 31 मरीज देख चुके थे। उनके जाने के बाद यहां मौजूद डॉक्टर प्रतिष्ठा तिवारी पहुंची, जिन्होंने सुबह तक कुल 18 मरीज देखे। बता दें कि इस मामले की जांच डायरेक्टर कमला नेहरू और सीएमओ गैस राहत कर रहे हैं।
दस मिनट में आई दूसरी डॉक्टर
अस्पताल अधीक्षक डॉ. अनिल जैन के मुताबिक मामले की जानकारी मिलते ही अस्पताल प्रबंधन ने तत्काल इस डॉक्टर को वहां से हटा दिया। रात में ही दूसरे डॉक्टर डॉक्टर प्रतिष्ठा तिवारी को ड्यूटी पर भेज दिया गया। पूरे मामले की जानकारी विभाग को भेज दी गई है। डॉक्टर पर विभागीय जांच बैठाई गई है। डॉ. गुप्ता का कहना है कि डॉक्टर ने किसी मरीज से अभद्रता नहीं की। हमने इस मामले में आला अधिकारियों को पत्र लिखा है। अब जांच के बाद ही कुछ कह सकेंगे।
इससे पहले बैरागढ़ सिविल अस्पताल के डॉक्टर हो चुके हैं सस्पेंड
संभागायुक्त डॉ. पवन कुमार शर्मा ने 7 जून को सिविल हॉस्पिटल बैरागढ़ के केजुअल्टी मेडिकल ऑफिसर (CMO) डॉ. पीएस ठाकुर को सस्पेंड कर दिया। संभागायुक्त डॉ. शर्मा ने यह कार्रवाई भोपाल कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह के प्रस्ताव पर की है। डॉ. ठाकुर पर आरोप है कि 21 मई को पुलिस दीपक गुजराती को गिरफ्तार कर, मेडिकल जांच कराने बैरागढ़ सिविल हॉस्पिटल लेकर पहुंची थी, तब अस्पताल में डॉ. पीएस ठाकुर ड्यूटी पर तैनात थे।
डॉ. ठाकुर ने पुलिस द्वारा लाए गए आरोपी दीपक गुजराती की मेडिकल जांच करने के बजाय, आरक्षक से बदसलूकी करते हुए अभद्र व्यवहार किया। ऐसा करना सिविल सेवा नियमों का उल्लंघन है। इसके चलते कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह ने जांच के बाद संभागायुक्त डॉ. शर्मा को डॉ. ठाकुर के खिलाफ कार्रवाई का प्रस्ताव भेजा था। इस प्रस्ताव पर संभागायुक्त डॉ. पवन कुमार शर्मा ने हॉस्पिटल के CMO डॉ. ठाकुर को निलंबित कर दिया।
[ad_2]
Source link