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पाश्चात्य संस्कृति ने हमारी गुरुकुल की संस्कृति को समाप्त कर दिया है, आज शिक्षकों की परिभाषा बदल गई है। पहले के गुरु शिष्यों को 72 कलाएं सिखाते थे, उनमें भोजन से प्रसव तक की कला हुआ करती थी, पर वर्तमान में गुरु कर्मचारी बन गए हैं। यह बात शनिवार को दि
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उन्होंने कहा कि आज-कल कई बड़े स्कूल के शिक्षक अपने स्कूल की ग्रेड बरकरार रखने के लिए बच्चों को नकल करा के पास कराते हैं। मुनिश्री ने कहा कि व्यक्ति यदि फेक यूनिवर्सिटी से डिग्री लेता है तो उसे कहीं भी नौकरी नहीं मिलती है, उसी तरह आप यदि उच्च गुरु से शिक्षा प्राप्त करते हैं तो निश्चित ही आप अपने लक्ष्य को प्राप्त कर लेते हैं।
पंचायत कमेटी ट्रस्ट भोपाल के अध्यक्ष मनोज बांगा, मंत्री मनोज आरएम ने बताया कि मुनिश्री प्रतिदिन एमपी नगर मंदिर के निर्माण के लिए प्रेरणा दे रहे हैं, जिससे प्रभावित होकर अनेक श्रद्धालु मंदिर के लिए दान की घोषणा कर रहे हैं। आज भी अनेक श्रावक श्रेष्ठी लोगों ने दान की घोषणा की, जिनका सम्मान पंचायत कमेटी ट्रस्ट एवं मंदिर निर्माण समिति ने किया।
ट्रस्ट के अध्यक्ष मनोज बांगा, मनोज आरएम ने बताया कि आज गुरुदेव के प्रवचन के पूर्व मंगलाचरण एवं दीप प्रज्जवलन किया गया। रविवार को मुनि संघ के विशेष प्रवचन वीर सावरकर चौक में प्रातः 8 बजे से शुरू होंगे। जिसमें श्रद्धालुओं के अधिक संख्या में आने की अपील की है। आज के कार्यक्रम में मनोजआरएम, दिलीप मिंगु, विपिन, अभिराज, अमित सुपर, अरविंद जैन, अशोक सरार्फ, प्रदीप कुटू सहित सैकड़ों लोग उपस्थित थे।
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