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रालोद अध्यक्ष जयंत चौधरी
– फोटो : अमर उजाला
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लोकसभा चुनाव के परिणाम आने के बाद देश में नई सरकार के गठन की कवायद तेज हो गई है। इसी के साथ नए मंत्रीमंडल व मंत्रीमंडल के सदस्यों के नामों की चर्चा भी शुरू हो गई है। चुनाव से पहले भाजपा के साथ गठबंधन में आए राष्ट्रीय लोकदल (रालोद) के दो नेता चुनाव जीतकर इस बार संसद में पहुंचे हैं।
ऐसे में पार्टी को एक कैबिनेट मंत्री का पद मिलने की उम्मीद है। रालोद का इस चुनाव से पहले उत्तर प्रदेश से कोई भी सांसद नहीं था। रालोद अध्यक्ष जयंत चौधरी खुद राज्यसभा में हैं। किंतु चुनाव से कुछ दिन पूर्व चौधरी चरण सिंह को भारत रत्न दिए जाने के बाद रालोद ने भाजपा के नेतृत्व वाले गठबंधन में जाने और उनके साथ मिलकर लोकसभा चुनाव लड़ने का निर्णय लिया।
इसके तहत पार्टी को गठबंधन में पश्चिमी उत्तर प्रदेश की दो सीटें बिजनौर और बागपत मिली। पार्टी ने इन दोनों सीट पर जीत हासिल की। बिजनौर से वर्तमान में पार्टी के विधायक चंदन चौहान व बागपत से डॉ. राजकुमार सांगवान जीतकर सांसद बने।
इसके साथ ही पार्टी को यह उम्मीद है कि उन्हें केंद्र में एक कैबिनेट मंत्री का पद मिलेगा। अगर इसके स्थान पर केंद्र में पार्टी को राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार का दायित्व मिलता है तो उत्तर प्रदेश में पार्टी का एक और मंत्री बढ़ सकता है।
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