उपेन्द्र तिवारी
कोन/सोनभद्र- विकास खण्ड कोन के ग्राम पंचायत गिधिया पूर्वी बस्ती में छ: सात वर्ष पहले पूर्व ग्राम प्रधान द्वारा बजारीघाट कठवा दह नाला पर ग्राम पंचायत स्तर से पुलिया निर्माण कार्य आरम्भ कराया गया था जो कि संबंधित विभाग व स्थानीय जनप्रतिनिधि की उपेक्षा के कारण आज भी अधूरा है। जहाँ सरकार द्वारा हर गाँव में में पक्की सड़क और पुल, पुलिया के जरिए गांवों को शहर से जोड़ने के लिए संकल्पित है वहीं दूसरी ओर संबंधित विभाग व स्थानीय जनप्रतिनिधि द्वारा सरकार को बदनाम करने का भरपूर प्रयास किया जा रहा है। इसी क्रम में बतातें चलें कि उक्त ग्राम पंचायत आदिवासी, पिछड़ा के साथ साथ जंगली क्षेत्र है जहाँ ज्यादातर आदिवासी निवास करते हैं जब उक्त पुलिया का निर्माण कार्य आरम्भ किया गया था तब पुल बनता देख ग्रामीण काफी उत्साहित थे किन्तु संबंधित विभाग व ग्राम प्रधान की उपेक्षा के कारण लगभग सात वर्षों से पुलिया अधूरा पड़ा है, जिससे वहाँ निवास करने वाले लोगों के लिए बरसात के दिनों में काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। ग्रामीणों ने बताया कि नदी में जब बाढ़ आ जाती है तो इसकी धार काफी तेज होती है ऐसे में महिलाओं, स्कूली बच्चों के सामने बहुत बड़ी मुसीबत खड़ा हो जाता है जिससे गर्भवती महिलाओं समेत बुढ़े, बच्चों को काफी कठिनाईयों का सामना करना पड़ता है।
इस संबंध में ग्रामीणों द्वारा समय समय पर संबंधित अधिकारियों व स्थानीय जनप्रतिनिधियों के साथ साथ सांसद, विधायक आदि को समय समय पर अवगत कराया जा चुका है फिर भी आज तक पुलिया निर्माण कार्य पूरा नहीं हो सका , वहीं दूसरी ओर ग्रामीणों ने संबंधित विभाग के ऊपर आरोप लगाया है कि विभाग की उदासीनता के कारण पुलिया निर्माण कार्य पूरा नहीं हो सका जो स्वत: ही जाँच का विषय है।
इस मामले में भाजपा मण्डल कोन कार्य समिति के कार्यकारिणी सदस्य शिवनारायण सिंह उराँव व ग्रामीणों ने मा. जिलाधिकारी महोदय व संबंधित विभाग के अधिकारियों का ध्यान आकृष्ट कराते हुए तत्काल पुलिया निर्माण कार्य पूरा कराने की मांग की है।