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मेरठ में रविवार रात सेंट्रो कार में 4 लोगों की जिंदा जलकर मौत हो गई। हादसा गंगनहर पटरी मार्ग के सिसोला खुर्द गांव के पास हुआ। मरने वालों की अभी तक पहचान नहीं हो पाई है। चारों शवों के कंकाल भी काफी हद तक जल गए हैं। मृतकों में 2 पुरुष, एक महिला और एक ब
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कार के नाम पर केवल मैटल बॉडी बची है। कार की नंबर प्लेट को ट्रेस किया गया तो कार दिल्ली निवासी व्यक्ति के नाम पर रजिस्टर है, जिनसे संपर्क करने का प्रयास मेरठ पुलिस कर रही है। घटना की सूचना मिलते ही मौके पर सबसे पहले फायर ब्रिगेड टीम पहुंची। पहले पहुंचे फायर फाइटर प्रवीन कुमार की जुबानी पूरा हादसा पढ़िए…
टीम के साथ मौके पर जुटे प्रवीन कुमार
आग का गोला बनकर दहक रही थी कार
परतापुर फायर स्टेशन के फायर फाइटर प्रवीन ने बताया कि सूचना मिलते ही हम लोग अपनी टीम लेकर भागे। डेढ़ किमी दूर से धुआं उठता दिखा, आगे बढ़े तो आग की लपटें थीं। कुछ और आगे पहुंचे तो इंसानी मांस जलने की तीखी गंध थी। कार आग का गोला बनी थी। मांस जलने की तेज गंध के कारण वहां खड़ा होना मुश्किल था। गंध के कारण हमारे साथी को वहीं उल्टी हो गई। किसी तरह हम लोगों ने नाक पर रुमाल रखकर ऑपरेशन शुरू किया।
फायर फाइटर प्रवीन
2 पुरुष, एक महिला और बच्चा जिंदा जल गए
इंसानी मांस की गंध से हम लोग समझ गए अंदर कोई जला है। आग बुझने पर हम लोग टॉर्च जलाकर कार के पास गए। अंदर देखा तो रोंगटे खड़े हो गए। गाड़ी में 1 या 2 नहीं 4 कंकाल थे। कंकाल ऐसी हालत में थे मानो उल्टा तवा हो। हम भी ये देखकर सिहर गए। आगे ड्राइविंग सीट पर किसी जेंट्स का कंकाल लग रहा था। पीछे की सीट पर 2 कंकाल थे जो एक जेंट्स और एक महिला का लग रहा था। महिला के कंकाल पर एक छोटा सा कंकाल मिला जो संभवत किसी बच्चे का लग रहा है।
मासूम को सीने से चिपकाए रही मां
महिला के कंकाल के सीने पर चिपका एक छोटा सा कंकाल मिला है जो उसके बच्चे का हो सकता है। कंकाल इस तरह सीने से चिपका है मानो मां अपने बच्चे को सीने से लगाए रही हो। मां खुद और अपने बच्चे को बचाने के लिए चिल्लाती रही होगी लेकिन इस सुनसान सड़क पर कोई उनकी चीखों को नहीं सुन सका। बच्चे की उम्र लगभग 5 से 6 साल की लग रही है। जब हमने ये देखा तो हमारे भी हाथ पैर कांपने लगे। अब वो बच्चे का है या नहीं ये पोस्टमार्टम से ही क्लियर होगा।
चंद सेकेंड की देरी होती तो सिलेंडर ब्लास्ट हो जाता
आग इतनी भयंकर थी कि कार के शीशे प्रेशर से टूट चुके थे। कार में कंकालों और सीएनजी सिलेंडर के अलावा कुछ नहीं मिला। सिलेंडर एकदम लाल अंगार हो चुका था। अगर हम लोग चंद सेकेंड और देरी से पहुंचते तो सिलेंडर ब्लास्ट हो जाता और बहुत बड़ा हादसा होता। सिलेंडर का तापमान उस वक्त 100 डिग्री से कहीं ज्यादा था। हम लोगों ने फौरन सिलेंडर कूल किया। वहां से लोगों को हटाया। पूरा रास्ता ब्लॉक करके डायवर्ट कर दिया।
कार से निकलने को छटपटाते रहे लोग
कार में जिस हालत में कंकाल मिले हैं उससे साफ है कि कार सवारों ने खुद को बचाने का पूरा जोर लगाया। कार की विंडो से कूदने को वो लोग बहुत छटपटाए हैं। लेकिन सेंट्रल लॉक के कारण खुल नहीं पाई। कार सवार को जैसे ही पता चला कि कार में आग लगी है उसने खुद को अपने साथ के लोगों को बचाने का पूरा प्रयास किया। कार रोड के बिल्कुल राइट साइड में किनारे पर खड़ी जल रही थी। ड्राइवर ने कार के शीशे से निकलकर कूदने का प्रयास किया लेकिन निकल नहीं सका उसका सिर पीछे की सीट की ओर और कमर का हिस्सा स्टीयरिंग से ऊपर था। पीछे के दोनों कंकाल भी विंडो से कूदने वाली पोजिशन में मिले है।
अब लोगों ने जो देखा वो पढ़िए…..
लपटें इतनी ऊंची थी लगा विस्फोट हुआ
प्रत्यक्षदर्शी मोनू
मौके पर पहुंचे मोनू ने बताया भोला झाल के पास मेरी नर्सरी है। हम लोग अपनी नर्सरी पर बैठे थे। लगभग सवा नौ से साढ़े नौ बजे के बीच अचानक हमने देखा की रास्ता डायवर्ट किया गया है, हमें लगा कुछ हो गया है। मैं यहां आया तो पता चला कि कार में विस्फोट हुआ है। पुलिस, प्रशासन की टीमें यहां थी। 4 लाशें गाड़ी में थी, पुलिस, प्रशासन टीम यहां जांच कर रही थीं। कार कहां की है पता नहीं चल पा रहा था। रास्ता डायवर्ट कर दिया गया। कार दिल्ली से आ रही थी हरिद्वार तरफ जा रही थी।
कार में एक बच्चा, 1 महिला और 2 मानस थे
प्रत्यक्षदर्शी ग्रामीण यशपाल
यशपाल ने बताया किसी ने हमें ये बताया कि वहां नहर पटरी पर आग लगी है अचानक हम गांव वाले इधर आए हमें लगा जंगल में आग लग गई होगी। लेकिन यहां आए तो देखा कार जल रही थी। हमने दूसरे गांववालों को बताया, पुलिस की कई गाड़ियां मौके पर आईं। कार में ऐसे लग रहा था एक बच्चा, लेडीज और दो मानस बैठे बैठे ही जल गए उनके कंकाल मिले थे।
एसपी बोले पहचान के लिए कर रहे प्रयास
एसपी देहात कमलेश बहादुर सिंह
एसपी देहात कमलेश बहादुर सिंह ने बताया कार के अंदर 4 डेडबॉडी मिली हैं। चारों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। आग कैसे लगी इसकी जांच की जा रही है। एक छोटी डेडबॉडी मिली है जो बच्चा भी हो सकता है या कोई छोटे कद का व्यक्ति हो सकता है ये पोस्टमार्टम में पता चलेगा। हादसा जानी थाना क्षेत्र के गंगनहर पटरी पर हुआ है। ये कार जानी नहर पुल की ओर से भोला झाल नहर पुल की ओर जा रही थी। संभवत: दिल्ली से हरिद्वार जा रहे होंगे। फिलहाल रास्ते को फिलहाल सुरक्षा की दृष्टि से डायवर्ट किया गया था। सुबह तक खोल दिया जाएगा। इन लोगों की पहचान के लिए लगातार पुलिस प्रयास कर रही है। फोरेंसिक टीम भी पहचान का प्रयास कर रही है।
पूरे मामले में जो लेट नाइट हुआ वो अपडेट पढ़िए..
2010 मॉडल की गैराज मॉडिफाई कार
कार में आग कैसे लगी इसकी जांच के लिए देर रात एसएसपी ने फायर और फोरेंसिक विभाग को मिलाकर एक ज्वाइंट जांच टीम बना दी है। जो पूरे हादसे को जांचेगी। टीम की अब तक की जांच के अनुसार कार में सीएनजी सिलेंडर बाहर से लगवाया गया था। कार 2010 मॉडल की है, लग रहा है कार को किसी गैराज से मोडिफाई कराया गया था। कार के डेशबोर्ड और उसके आसपास गैस लीक से आग लगने जैसा लग रहा है। एसी में शॉर्टसर्किट के बाद गैस लीक हुई और आग लगी। आग लगने पर कार का सिस्टम फेल हो गया। कार की विंडो, डोर सब लॉक हो गए कोई बाहर नहीं निकल सका।
चारों मृतकों की उम्र, जेंडर डीएनए जांच से होगा क्लियर
कार में जो चार लोगों के कंकाल मिले हैं उनकी उम्र, जेंडर हर सवाल का सही जवाब अब पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही क्लियर होगा। फोरेंसिक टीम के अनुसार चारों कंकालों का डीएनए जांच होगा। चारों कंकाल पोस्टमार्टम के लिए भेजे गए हैं। कंकाल भी इतनी बुरी तरह से जल गए हैं कि वो सिकुड़कर छोटे हो गए हैं। अब कार में कौन था कौन नहीं, बच्चा, बुजुर्ग कौन थे इसका पता डीएनए जांच के बाद ही होगा। अभी केवल कंकालों को देखकर अंदाजा लगाया जा रहा है कि कार में कौन सवार था, किस उम्र का सवार था। चारों कंकालों को अलग-अलग बैग में पैक करके पोस्टमार्टम को भेज दिया गया।
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