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टीएसपीसी ने जारी किया प्रेस विज्ञप्ति, कहा- आत्मरक्षा में गई पिता-पुत्र की जान
चतरा जिले के कुंदा थाना क्षेत्र के हिंदियाकला गांव में पुलिस मुखबिरी के आरोप में आदिम जनजाति बिरहोर परिवार के पिता-पुत्र की टीएसपीसी नक्सलियों के द्वारा निर्मम हत्या किये जाने के बाद टीएसपीसी के चतरा-पलामू सीमांत जोन के प्लाटुन कमांडर अजय ने प्रेस रि
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इसके आलावा प्रेस रिलीज में यह भी कहा गया है कि संगठन के द्वारा इंदिरा आवास,स्कूल व कुआं के निर्माण में किसी भी प्रकार का लेवी नहीं मांगा जाता है। मृतक बिफा बिरहोर के भाई और मृतक पंकज के चाचा विधायक बिरहोर पर पुलिस का मुखबिर बताया है। जिसका धौंस दिखाकर विधायक गांव के लोगों को परेशान करता था।
हत्या के दिन सुलह कराने पहुंचे थे साथी
प्लाटुन कमांडर अजय ने कहा है कि जिस दिन पिता पुत्र की हत्या हुई उसे दिन संगठन के साथी विधायक बिरहोर और ग्रामीणों के बीच सुलह कराने के लिए पहुंची थी।जहां नक्सलियों की टीम को देखकर पिता-पुत्र घर के भीतर दरवाजा बंद कर छुप गए थे तो वहीं विधायक बिरहोर घर छोड़कर भाग गया था।
बाद में जब संगठन के लोग पिता-पुत्र को दरवाजा खोलने और घर से निकलने को बोला तो उन्होंने संगठन के लोगों पर कुल्हाड़ी से जानलेवा हमला किया। जिसके बीच-बचाव में संगठन के साथियों ने गोली चलाई जिससे दोनों की मौत हो गई।
25 मई को हुई थी हत्या
बीते 25 मई की रात टीएसपीसी नक्सलियों के दस्ते ने हिंदियाकला गांव में पहुंचकर आदिम जनजाति बिरहोर परिवार के पिता-पुत्र की हत्या की घटना को अंजाम दिया था। घटना के बाद न तो गांव में पुलिस के कोई वरीय पदाधिकारी पहुंचे और न ही अन्य कोई। घटना के बाद डरे सहमे आदिम जनजाति बिरहोर परिवार के लोगों ने गांव में पुलिस पिकेट बनाने की मांग की है।
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