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Canada Study Permit : कनाडा में पढ़ने वाले भारतीय छात्र अब भी पीएम जस्टिन ट्रूडो की सरकार के खिलाफ वीजा नियमों को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं, इसी बीच सरकार की तरफ से एक बड़ी खबर सामने आई है. सरकार की तरफ से कहा गया है कि यहां पढ़ने वाले अंतर्राष्ट्रीय छात्रों और श्रमिकों को अस्थायी रूप से रहने के लिए पुलिस वैरिफिकेशन की आवश्यकता नहीं होगी. बाकी अन्य कैटिगरी के लोगों पर यह नियम लागू रहेगा यानी उन्हें पुलिस वैरिफिकेशन सर्टिफिकेट जमा कराना होगा.
संसद में दिया मंत्री ने बयान
हिंदुस्तान टाइम्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक, कनाडा की संसद में इसको लेकर बहस चल रही थी. जिसमें भारतीय कनाडाई सांसद अर्पण खन्ना ने इसको लेकर सवाल पूछा था, जिस पर जवाब देते हुए इमिग्रेशन मंत्री मार्क मिलर ने कहा, मैंने कभी नहीं कहा कि अस्थायी निवासियों के लिए ऐसे प्रमाणपत्र आवश्यक हैं. किसी भी अंतर्राष्ट्रीय व्यक्ति का वैरिफिकेशन बायोमेट्रिक डेटा, फिंगरप्रिंट के आधार पर ही किया जाता है. हम नियमित रूप से अस्थायी निवासियों के लिए यह जरूरी नहीं है. मिलर ने यह भी स्पष्ट किया कि जरूरत पड़ने पर अधिकारी सुरक्षा जांच के तहत पूछताछ कर सकता है, जिसके लिए उसे तैयार रहना पड़ेगा.
सुरक्षा के मुद्दे पर चल रही थी बहस
उन्होंने कहा कि यदि कोई अधिकारी सुरक्षा जांच के तहत ऐसा करने का निर्णय लेता है तो इसकी आवश्यकता हो सकती है. दरअसल, हाल ही में कनाडा में अप्रवासियों से संबंधित क्राइम के केस सामने आए हैं. इसको लेकर ही अंतर्राष्ट्रीय छात्रों समेत अस्थायी निवासियों की सुरक्षा जांच के मुद्दे पर चल रही बहस के दौरान मिलर ने ये बातें कहीं. बता दें कि खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के मामले में गिरफ्तार 4 लोगों में से 2 लोग इसी श्रेणी में कनाडा पहुंचे थे. इसलिए कनाडा में ऐसे नियमों पर बार-बार विचार किया जा रहा है. वहीं, निज्जर की हत्या के बाद से भारत के साथ कनाडा के रिश्तों में भी तनाव की स्थिति पैदा हो गई है. बार-बार कनाडा इस हत्या में भारत पर साजिश का आरोप लगाता आ रहा है. हालांकि, भारत सरकार ने इसका खंडन किया है.
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