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California Civil Rights Department: अमेरिका के कैलिफोर्निया राज्य में नागरिक अधिकार विभाग ने एक रिपोर्ट जारी की है. इस रिपोर्ट में कैलिफोर्निया में धार्मिक तौर पर हिंदू विरोधी नफरत से जुड़े अपराध दूसरा सबसे ज्यादा रिपोर्ट किया जाने वाला मामला बन गया है. इस रिपोर्ट के अनुसार, कैलिफोर्निया के भीतर नफरत से भरे अपराधों में तेजी से बढ़ोतरी हुई है. वहीं, अमेरिकी राज्य में रिपोर्ट की गई धार्मिक नफरत का बड़ा रूप यहूदी-विरोधी था, जबकि इस्लामोफोबिया के मामले तीसरे स्थान पर थे.
इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक, यह डेटा ऐसे समय में आया है जब भारतीय-अमेरिकी राजनेता अमेरिका में हिंदूफोबिया में बढ़ोतरी की बात कह रहे हैं. दरअसल, पिछले साल 2023 में, कैलिफोर्निया ने नफरत भरे अपराधों से निपटने के लिए कैलिफोर्निया बनाम हेट कार्यक्रम शुरू किया था. जिसके पहले साल में 1,000 से ज्यादा रिपोर्ट मिली. यह पहल सुरक्षित और गुमनाम रिपोर्टिंग के लिए एक ऑनलाइन पोर्टल देती है.
मुस्लिम विरोधी नफरत का क्राइम तीसरे स्थान पर रहा- रिपोर्ट
कैलिफोर्निया नागरिक अधिकार विभाग की रिपोर्ट के अनुसार, धार्मिक रूप से प्रेरित घटनाओं में, हिंदू विरोधी नफरत दूसरे स्थान पर रही है, जोकि 23.3% है. वहीं, यहूदी विरोधी भावना सबसे ज्यादा 37% थी और मुस्लिम विरोधी नफरत तीसरे स्थान पर आ गई है, जो 14.6% है. रिपोर्ट में बताए गए सबसे आम कारण भेदभावपूर्ण व्यवहार (18.4%), उत्पीड़न (16.7%), और गाली (16.7%) देना शामिल थे.
कैलिफोर्निया में नफरत को नहीं किया जाएगा बर्दाश्त- गवर्नर
कैलिफोर्निया के गवर्नर गेविन न्यूसम ने दावा किया है कि सीए बनाम हेट हमारे राज्य की रक्षा करने और यह संदेश देने के बारे में है कि नफरत को कभी बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. वहीं, सीए बनाम हेट पहल रिपोर्ट किए गए नफरत से भरे अपराधों में बढ़ोत्तरी हुई है, जो 2001 के बाद से अपने उच्चतम स्तर पर पहुंच गई है, जिसमें साल 2020 से 2021 तक लगभग 33% की बढ़ोत्तरी दर्ज की गई है. जबकि, ये घटनाएं सबसे ज़्यादा आवासीय इलाको में (29.9%), वर्कप्लेस में (9.7%) और पब्लिक प्लेस में (9.1%) में हुईं हैं.
दो-तिहाई लोग कानूनी मदद लेने के लिए हुए सहमत
इसको लेकर लगभग दो-तिहाई लोग कानूनी सहायता लेने के लिए सहमत हुए हैं. रिपोर्ट में कैलिफोर्निया के लगभग 80% काउंटियों का प्रतिनिधित्व किया गया, जिनमें राज्य की सभी 10 सबसे ज्यादा आबादी वाली काउंटियां शामिल थीं. वहीं, 560 पन्नों की रिपोर्टों से पता चला कि नस्ल और जातीयता (35.1%), लिंग पहचान (15.1%), और यौन रुझान में (10.8%) सबसे ज्यादा मिली थीं. इसके अलावा अश्वेत विरोधी भावना (26.8%), लैटिन विरोधी भावना (15.4%), और एशियाई विरोधी (14.3%) में सबसे ज्यादा रिपोर्ट दर्ज की गई थी.
बढ़ते अपराधों पर समुदाय ने जताई चिंता
भारतीय और अमेरिकियों में खास तौर पर हिंदुओं के खिलाफ नफरत भरे अपराधों में अचानक वृद्धि ने समुदाय के भीतर काफी डर और चिंता पैदा कर दी है. समुदाय के कई सदस्यों ने कानूनी एजेंसियों की निष्क्रियता पर गुस्सा जताया है, खासकर सैन फ्रांसिस्को में भारतीय वाणिज्य दूतावास को जलाने की कोशिश और भारतीय राजनयिकों के खिलाफ धमकियों जैसी घटनाओं को लेकर नाराजगी जताई है.
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