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बकाया फसल बीमा क्लेम के भुगतान की मांग को लेकर अखिल भारतीय किसान सभा ने पड़ाव डालने का ऐलान किया है।
बकाया फसल बीमा क्लेम के भुगतान की मांग को लेकर अखिल भारतीय किसान सभा ने आचार संहिता हटने के बाद अन्न-जल त्याग नोहर उपखण्ड कार्यालय के सामने पड़ाव डालने का ऐलान किया है। सोमवार को जिला मुख्यालय पर हुई प्रेस वार्ता में किसान सभा के जिला महासचिव मंगेज च
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उन्होंने कहा- किसान पिछले चार साल से लड़-लड़कर हार चुका है। बीमा कंपनी की ओर से मनमर्जी की जा रही है। गुंडागर्दी कर पॉलिसियां रिजेक्ट की जा रही हैं। खराबा न होने, पटवारी की ओर से गलत रिपोर्ट बनाने आदि झूठे-बेबुनियाद आरोप लगाकर किसानों का करोड़ों रुपयों का क्लेम बीमा कंपनी अटका देती है। 2022 के क्लेम को तीन साल से अटकाकर करोड़ों रुपयों का ब्याज खा रहे हैं। फिर ऊंट के मुंह में जीरे के समान थोड़ा बहुत बीमा क्लेम डाल दिया जाएगा। इस संबंध में कई दफा जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपे गए। अगर अब भी किसानों को बकाया बीमा क्लेम का भुगतान नहीं होता है तो आचार संहिता हटने के बाद किसान अन्न-जल त्याग कर उपखण्ड कार्यालय नोहर के समक्ष पड़ाव डालेंगे। इसकी पूरी जिम्मेदारी प्रशासन की होगी।
मंगेज चौधरी ने बताया- भूमि विकास बैंक की ओर से किसानों की भूमि नीलाम करने के जारी किए गए नोटिस के विरोध में अखिल भारतीय किसान सभा का सोमवार को जिला कलक्ट्रेट के समक्ष प्रदर्शन प्रस्तावित किया था, लेकिन बैंक की ओर से भूमि नीलामी को स्थगित करने के चलते प्रदर्शन स्थगित कर दिया गया। अगर बैंक ने एक भी किसान की जमीन नीलाम करने का प्रयास किया तो किसान सभा सड़कों पर उतरकर लड़ाई लड़ेगी। किसी भी किसान की जमीन नीलाम नहीं होने दी जाएगी। इस दौरान रघुवीर वर्मा सहित अन्य भी मौजूद रहे।
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