[ad_1]
फाइनेंस कम्पनी में निवेश कर अच्छा मुनाफा कमाने का झांसा देकर दो भाईयों ने अपनी बहन के साथ 32 लाख रुपए की धोखाधड़ी। बार-बार कहने के बाद भी भाईयों ने रुपए लौटाने से इंकार कर दिया तो उसने कोतवाली थाने में दोनों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करवाई। पुलिस मामले की
.
कोतवाल किशोरसिंह भाटी ने बताया कि पाली के पुरुषार्थ नगर निवासी नीतूदेवी अमरनानी पत्नी नारायणदास ने थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाई। जिसमें बताया कि सूर्य नगर कमला कूंज हनुमानगढ़ टाउन निवासी ललित बजाज और आशीष बजाज उर्फ आशू उर्फ हर्ष पुत्र भगवानदास बजाज दोनों उसके मौसी के लड़के है। जो फाइनेंस का काम करते है। जिन्होंने उनकी फाइनेंस कम्पनी में रुपए निवेश करने पर 10-12 साल में रकम तीन गुणा मुनाफे के साथ देने का वादा किया। रिश्ते में भाई होने पर वह उन दोनों के झांसे में आ गई।
5 जुलाई 2012 को 2 लाख रुपए केश दिए और 17 जुलाई 2012 में 22 लाख रुपए केश दिए ताकि वे इन रुपयों उनकी कम्पनी में निवेश कर सके और उन्हें अच्छा मुनाफा दे सके। रिपोर्ट में बताया कि उन्होंने यह रकम 10 से 12 साल के लिए निवेश करवाई थी। इसलिए उन्होंने बार-बार उन्हें रकम वापस देने के लिए कहां नहीं। बीच-बीच में उन्होंने दो-तीन बार 25-25 हजार रुपए दिए थे।
रुपए मांगें तो लौटाने से किया इंकार
रिपोर्ट में बताया कि 9 अप्रेल 2024 को उसने अपने मौसी के लड़के ललित बजाज और आशीष बजाज को रुपए मुनाफ के साथ लौटाने को कहा तो उन्होंने साफ इंकार कर दिया कि वह यह रुपए उन्हें नहीं लौटा सकते। इसलिए उन्होंने एकाउंट में उससे रुपए नहीं लिए। रिश्तेदारों सभी कहलवाया लेकिन उनकी नीयत में खोट आ गई। इस परेशान होने उसने कोतवाली थाने में अपने दोनों भाईयों के खिलाफ 32 लाख रुपए की धोखाधड़ी करने की रिपोर्ट दी। पुलिस ने मामला दर्जकर जांच शुरूकी है।
[ad_2]
Source link