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महेंद्रगढ़ में चुनावी सभा को संबोधित करते हुए चौधरी बंसीलाल का नाम लेकर उनके कोर वोटर्स को अपने पाले में लाने की कोशिश की।
‘हमने चौधरी बंसीलाल जी के साथ मिलकर सरकार चलाई। वे हरियाणा के विकास के लिए कटिबद्ध थे। चौधरी बंसीलाल से मेरी बहुत निकटता थी। उनके पास अनुभव की इतनी बातें हुआ करती थीं कि हम रात में 1-1 बजे तक बातें किया करते थे। जब भी बातों में स्वामी दयानंद जी का ना
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ये बात प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को हरियाणा के महेंद्रगढ़ में रैली के दौरान कही। PM ने अपने संबोधन से पूरी अहीरवाल बेल्ट ही नहीं, बल्कि जाट बाहुल्य भिवानी जिले को पूर्व मुख्यमंत्री चौधरी बंसीलाल के जरिए साधने की कोशिश की।
बंसीलाल की पोती श्रुति चौधरी 2009 में इस सीट से सांसद रह चुकी हैं। हालांकि, पिछले 2 चुनाव में उन्हें BJP उम्मीदवार चौधरी धर्मबीर के हाथों हार का भी सामना करना पड़ा। इसी के चलते इस बार कांग्रेस ने श्रुति का टिकट काटकर राव दान सिंह को उम्मीदवार बनाया। श्रुति चौधरी की मां किरण चौधरी इसी लोकसभा सीट के तोशाम हलके से कांग्रेस विधायक हैं।
प्रधानमंत्री ने करीब 50 मिनट के अपने संबोधन में हर वर्ग को साधने की कोशिश की, लेकिन भिवानी-महेंद्रगढ़ सीट पर पहली बार सीधे मुकाबले में फंसे चौधरी धर्मबीर सिंह को जिताने के लिए उन्होंने इस इलाके के कद्दावर नेता चौधरी बंसीलाल से अपनी दोस्ती का जिक्र कर उनके समर्थकों को भी पाले में लाने की कोशिश की है।
मोदी द्वारा चौधरी बंसीलाल के साथ खुद की निकटता और उनकी प्रशंसा करने के पीछे चुनाव में उनके समर्थकों को अपनी तरफ खींचने की कोशिश ही समझा जा रहा है, जिससे किरण की बेटी श्रुति का टिकट कटने से नाराज उनके समर्थकों को साधा जा सके।
पिछले दिनों किरण चौधरी ने मीडिया के सामने आकर कहा था कि मुझे किसी कार्यक्रम की सूचना नहीं दी जा रही।
किरण बोलीं- मेरी व श्रुति चौधरी की बार-बार बेइज्जती हो रही
3 दिन पहले किरण चौधरी ने मीडिया के सामने आकर कहा कि हमारे फोन नहीं उठा रहे, न ही हमें पार्टी के कार्यक्रमों की कोई सूचना दी जा रही। जनता सब देख रही है, इसका खामियाजा पार्टी को भुगतना पड़ सकता है। हमारी राजनीति खत्म करने की कोशिश की जा रही है।
किरण चौधरी ने कहा कि वह सिरसा सीट पर गई। वहां पर कुमारी सैलजा को जबरदस्त रिस्पॉन्स मिल रहा है। भारी मतों से सैलजा चुनाव जीतेंगी। भिवानी में भी प्रचार किया। मेरी कोई नाराजगी नहीं है, मैं पार्टी की समर्पित सिपाही हूं। वर्तमान व 4 बार की विधायक हूं। राव दान सिंह ने कहा दफ्तर खुलवाओ ताे मैंने दो कार्यालय खुलवाएं, मीटिंग कराई, समर्थन के लिए अपनी आवाज उठाई, खुलकर बोली।
इसके बाद देखा कि मुझे कोई सूचना नहीं दी जा रही। मैं भिवानी के अंदर हूं, यह इलाका पूर्व सीएम चौधरी बंसीलाल व सुरेंद्र सिंह का है, बहुत काम किए, आज जो भी प्रत्याशी पक्ष-विपक्ष के हैं, वह सब उनकी समाधि पर माथा टेक रहे हैं।
यह तस्वीर 22 मई की है। चरखी दादरी में रैली के दौरान राहुल गांधी के सामने राव दान सिंह और किरण चौधरी भिड़ गए थे।
राहुल के सामने भिड़े राव दान सिंह और किरण चौधरी
2 दिन पहले चरखी-दादरी में राहुल गांधी ने कांग्रेस उम्मीदवार राव दान सिंह के समर्थन में चुनावी रैली की थी। मंच पर किरण चौधरी व राव दान सिंह की राहुल गांधी से गुफ्तगु हुई थी। किरण चौधरी ने राहुल गांधी को बताया कि कैसे उन्हें इग्नोर किया जा रहा है।
इस पर राहुल गांधी ने राव दान सिंह की तरफ देखा और इशारों में कहा की मामले को वे खुद हैंडल करते हैं। राहुल इस दौरान रव दान सिंह को कुछ कहते हुए दिखाई दिए। दोनों तरफ से उंगलियां भी दिखाई गई।
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