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जयपुर में खुद की चोरी हुई कार दिखी तो बदमाशों को पकड़ने के लिए मालिक बोनट पर लटक गया। बदमाश भी बचने के लिए कार को तेज रफ्तार में भगा ले गए। इस दौरान कार मालिक करीब 200 मीटर तक बोनट पर लटका रहा। दिल्ली-अजमेर एक्सप्रेस-वे की पुलिया के पास कार को झटका दे
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पुलिस ने बताया कि माचवा कालवाड़ निवासी हिम्मत सिंह नाथावत (29) ने रिपोर्ट दर्ज करवाई है। उन्होंने बताया कि 5 मई की रात घर के बाहर खड़ी उनकी कार चोरी हो गई थी। उन्होंने कार चोरी की कंप्लेंट थाने में दर्ज करवा दी थी। 9 मई की रात करीब 8:45 बजे वह अपने दोस्त राजपाल सिंह के साथ ऑफिस से घर जा रहे थे। इस दौरान वैशाली नगर में दाता पेट्रोल पंप के पास उनकी चोरी हुई कार दिखाई दी। इस पर उन्होंने बाइक आगे लगाकर अपनी चोरी हुई कार को रुकवा लिया। इस दौरान कार में 3 लोग बैठे थे। जब उन्होंने कार उनकी होने की बात कही तो तीनों झगड़ने लगे। तीनों बदमाशों ने उनके साथ मारपीट की और कार लेकर भागने लगे।
कार मालिक को 12 दिन बाद चोरी हुई कार एक वर्कशॉप में खड़ी मिली।
बोनट पर लटका, दोस्त रोड पर गिरा
पीड़ित हिम्मत सिंह ने बताया- तीनों बदमाशों के कार लेकर भागने पर वह कार को रोकने के लिए आगे खड़े हो गए। इसके बाद भी बदमाश कार को लेकर भागने लगे तो वह बोहने पर लटक गए। उनके बोनट पर लटकने के बाद भी बदमाश रुके नहीं और कार तेज रफ्तार में दौड़ाने लगे। इस दौरान उनका दोस्त राजपाल सिंह सड़क पर गिरकर घायल हो गगया।
पीड़ित ने बताया- उनके बोनट पर लटका होने के बाद भी बदमाशों ने 80 KM की स्पीड से कार दौड़ाई। बदमाश उनको करीब 200 मीटर तक बोनट पर लटकाकर ले गए। इसके बाद दिल्ली-अजमेर एक्सप्रेस-वे की पुलिया के पास कार को झटका देकर उनको नीचे गिरा दिया। उनके सड़क पर गिरने के बाद बदमाश कार लेकर बजरी मंडी की तरफ भाग गए।
वर्कशॉप में खड़ी मिली चोरी हुई कार
पीड़ित हिम्मत सिंह ने बताया कि इसके बाद वह वैशाली नगर थाने पहुंचे और चोरों की करतूत के बारे में बताया। इसके बाद करीब 12 दिन मशक्कत कर उन्होंने अपनी चोरी हुई कार खुद ही ढूंढ निकाली। वैशाली नगर स्थित एक वर्कशॉप में उनकी चोरी हुई कार खड़ी थी। इस पर उन्होंने वैशाली नगर थाना में शिकायत दी। पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और जांच में जुटी है।
जांच अधिकारी हेड कॉन्स्टेबल विक्रम सिंह का कहना है- शिकायत पर मामला दर्ज कर लिया गया है। मामले की जांच की जा रही है। प्रथम दृष्टया जांच में मामला कार चोरी नहीं, लेन-देन का प्रतीत होता है।
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