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नाराजगी…दोनों तरफ। रूठने और मनाने का सिलसिला…दोनों तरफ। भितरघात की आशंका…दोनों तरफ। धनबाद लोकसभा सीट में एक बार फिर मुकाबला भाजपा और कांग्रेस के बीच है। भाजपा में प्रत्याशी बदले जाने से पार्टी के अंदर कई चेहरे नाराज हैं, तो कांग्रेस में बड़े रा
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धनबाद सीट 2009 से भाजपा के कब्जे में है। 2019 में यहां से भाजपा ने झारखंड में सर्वाधिक वोटों से जीत पाई थी। तभी से धनबाद को भाजपा के लिए झारखंड की सबसे सुरक्षित सीट माना जाने लगा। भाजपा ने यहां राजपूत जाति के पीएन सिंह की जगह ओबीसी पर दांव खेलकर बाघमारा के विधायक ढुलू महतो को प्रत्याशी बनाया है। ढुलू के नाम पर पार्टी में अंतर्कलह देखी जा रही है। अब भी पार्टी के कई नेता चुनावी जनसंपर्क से दूर हैं। इधर, कांग्रेस ने भाजपा के ओबीसी पत्ते के खिलाफ अगड़ी जाति पर दांव खेला है।
राजपूत जाति के पूर्व मंत्री राजेंद्र सिंह की बहू और बेरमो विधायक अनूप सिंह की पत्नी अनुपमा सिंह को चुनाव मैदान में उतारा है। अनुपमा के प्रत्याशी बनने से कांग्रेस के अंदर भी नाराजगी देखी गई। भाजपा प्रत्याशी से ज्यादा मोदी के चेहरे पर अधिक बात कर रही है। उसे मोदी की गारंटी वाली मैजिक पर भरोसा है। वहीं, कांग्रेस को महागठबंधन की ताकत पर यकीन है।
चुनाव प्रचार में बाहरी-भीतरी का भी शोर है। जातीय समीकरण भी अहम फैक्टर होेगा। इन सबके बीच वोटरों की चुप्पी प्रत्याशियों को बेचैन कर रही है। भाजपा धनबाद में जीत का क्रम हर हाल में बरकरार रखना चाहती है, वहीं कांग्रेस इसे अपने लिए बेहतर मौका मान जमकर पसीना बहा रही है।
इस बार के 5 बड़े चुनावी मुद्दे
1. एयरपोर्ट : लंबे समय से एयरपोर्ट की मांग हो रही है। अभियान भी चल रहा है। 2. बिजली : हमारे कोयले से देश रोशन है और हमारे ही हिस्से में अंधेरा है। लोग बिजली संकट से निजात मांग रहे हैं। 3. पानी : शहर से गांव तक जलसंकट है। लोग पानी मांग रहे हैं। 4. अपराध मुक्त धनबाद : धनबाद को अपराध ने खूब परेशान किया। जनता अपराध मुक्त धनबाद की मांग कर रही है। 5. विस्थापन व पुनर्वास: भू-धंसान और अग्नि प्रभावित क्षेत्रों में रह रहे लोगों का पुनर्वास नहीं हो पा रहा है। ऐसे क्षेत्रों में आज भी यह बड़ा चुनावी मुद्दा है।
भाजपा-कांग्रेस…दोनों का बढ़ता गया वोट प्रतिशत
2014 : भाजपा को 543491 (28.76%) वोट िमले थे, जबकि कांग्रेस को 250537 (13.26%)। कुल मतदान 60.52% (1143902) हुआ था।
2009 : भाजपा को 260521 (14.42%) मत हासिल हुए थे, जबकि कांग्रेस को 202474 (11.21%)। कुल मतदान 45.03% (813483) हुआो था।
2004 : कांग्रेस को 355499 मत हासिल हुए थे, जबकि भाजपा को 236121 वोट मिले थे। टोटल वोटिंग 941478 हुई थी।
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