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राजकीय स्कूल, जहां पोलिंग बूथ बनाया गया।
चरखी दादरी जिले के बाढ़ड़ा क्षेत्र के माई खुर्द गांव में चकबंदी की समस्या से परेशान लोग मतदान से दूरी बनाने का पूरी तरह से मन बना चुके है। इसके लिए उन्होंने ग्राम पंचायत की आम सभा में प्रस्ताव पहले ही पास कर दिया था और अब डोर टू डोर जाकर पंचायत के द्वा
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सरपंच कृष्ण कुमार का कहना है कि जनप्रतिनिधियों व प्रशासनिक अधिकारियों से मिलने की बाद उनकी मांग पर गौर नहीं किया गया तो वे इस प्रकार का निर्णय लेने को मजबूर हुए हैं।
चकबंदी को लेकर ग्रामीण परेशान
माई खुर्द गांव सरपंच कृष्ण कुमार शर्मा ने बताया कि गांव की चकबंदी का कार्य हरसैक कंपनी द्वारा गांव की सहमति के बिना करवाने का पत्र ग्राम पंचायत को प्राप्त हुआ था। जिसके बाद ग्रामीणों में इसको लेकर रोष था और उन्होंने बैठक कर चकबंदी कार्य को मैनुअल करवाने पर सहमती जताई थी।
जिस पर होने वाले खर्च को पूर्ण रूप से वहन करने में ग्रामीण तैयार हैं। उन्होंने बताया कि जून 2023 को चकबंदी का रिकॉर्ड हरसैक कंपनी को दिया गया था, लेकिन फील्ड पर कोई काम नहीं हुआ।
किसी ने नहीं सुनी समस्या
सरपंच ने बताया कि इसको लेकर वे स्थानीय सांसद धर्मबीर सिंह, विधायक नैना चौटाला, जिला उपायुक्त और भू-राजस्व और चकबंदी से संबंधित अधिकारियों से मिले, लेकिन किसी ने उनकी सुध नहीं ली। जिसके चलते चकबंदी का कार्य अधर में हैं और ग्रामीणों को रास्तों से संबंधित और दूसरी समस्याओं को सामना करना पड़ रहा है।
ग्रामीणों की मांग पर संज्ञान नहीं लिए जाने पर बीते 24 अप्रैल को आम सभा की बैठक आयोजित कर प्रस्ताव पास किया गया था। जिसमें सभी ने निर्णय लिया था कि जब तक उनकी मांग पूरी नहीं की जाएगी वे लोकसभा और विधानसभा चुनाव में मतदान नहीं करेंगे।
कृष्ण कुमार शर्मा, सरपंच।
अपने निर्णय पर अडिग है सरपंच
गांव माई खुर्द सरपंच कृष्ण कुमार शर्मा ने बताया कि 24 अप्रैल को आम सभा में मतदान नहीं करने का प्रस्ताव पास किया गया था। जिसमें उनके साथ गांव के सभी 7 पंचों ने सहमति जताई थी। उन्होंने कहा कि ग्राम पंचायत अपने इस निर्णय पर अडिग है, और वर्तमान में डोर टू डोर जाकर गांव के मौजिज लोग ग्रामीणों से मतदान नहीं करने की अपील कर रहे हैं।
इसके अलावा गांव में चुनाव प्रचार के दौरान किसी राजनैतिक दल के कार्यक्रम भी आयोजित नहीं हुए हैं। उन्होंने कहा कि गांव में करीब 1000 वोट हैं और कोई ग्रामीण मतदान नहीं करेगा।
सुरेश कुमार, एसडीएम, बाढ़ड़ा।
डीसी से इसको लेकर की है बात- एसडीएम
बाढ़ड़ा एसडीएम सुरेश कुमार ने कहा कि मामले को लेकर डीसी से बात की गई है। उन्होंने जल्द ही समस्या का समाधान करवाने का आश्वासन दिया है। एसडीएम ने कहा कि मतदान नहीं करना किसी समस्या का समाधान नहीं है।
चुने हुए प्रतिनिधि ही उनकी समस्याओं को हल करवाने में मदद करेंगे, इसलिए गांव के सभी लोगों को मतदान करना चाहिए। उन्होंने ग्रामीणों से अपील की है कि लोकतंत्र को सुदृढ़ करने के लिए मतदान अवश्य करें।
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