[ad_1]
.
धनबाद लोकसभा चुनाव के दौरान खर्च करने में सबसे आगे भाजपा प्रत्याशी ढुलू महतो हैं। जिला निर्वाचन शाखा को उन्होंने दो बार व्यय का ब्योरा दिया है। 18 मई, 2024 को दिए दूसरी बार दिए ब्योरा में ढुलू महतो 30.14 लाख खर्च कर चुके थे। जबकि उस अनुपात में धनबाद लोकसभा के कोई भी प्रत्याशी खर्च नहीं किए हैं। खर्च के मामले में दूसरे नंबर पर मासस सह निर्दलीय प्रत्याशी जगदीश रवानी हैं। चुनाव आयोग द्वारा उनके दल को राज्यस्तर पर मान्यता नहीं है। इसलिए वे निर्दलीय प्रत्याशी चुनाव लड़ रहे हैं। 18 मई तक जगदीश रवानी प्रचार प्रसार सहित अन्य चीजों पर 10.14 लाख से अधिक खर्च कर चुके हैं। खर्च के मामले कांग्रेस प्रत्याशी तीसरे स्थान पर हैं। 18 मई तक उन्होंने 8.63 लाख ही खर्च की हैं। गौरतलब है कि भारत निर्वाचन आयोग ने चुनावी खर्च पर अंकुश लगाने के लिए लोकसभा व विधानसभा प्रत्याशियों की खर्च सीमा निर्धारित कर दी है। लोकसभा प्रत्याशी को अधिकतम 95 लाख रुपए तक ही खर्च करना है। भारत निर्वाचन आयोग के गाइडलाइन के तहत सभी प्रत्याशियों को समय-समय पर खर्च का ब्योरा देना है। प्रत्याशियों के खर्च का ब्योरा नामांकन की तिथि से शुरू हो जाती है। आचार संहिता समाप्त होने तक प्रत्येक प्रत्याशी तीन बार खर्च का ब्योरा देना है। आयोग के दिशा निर्देश के तहत कांउंटिंग के दो दिन बाद तक आचार संहिता प्रभावी रहती है। धनबाद लोकसभा का चुनाव 25 मई तथा काउंटिंग की तिथि 4 जून निर्धारित है। इस तरह 6 मई तक आचार संहिता प्रभावी रहेगी।
निर्दलीय उमेश व निताई ने सबसे कम किया खर्च चुनाव प्रचार-प्रसार में सबसे कम खर्च करने के मामले में िनर्दलीय प्रत्याशी उमेश पासवान और निताई दास हैं। नामांकन पत्र में इन दोनों प्रत्याशियों का पेशा भी रोचक हैं। उमेश पासवान फुटपाथ दुकानदार हैं। वहीं निताई दास साइकिल रिपेयरिंग का काम करते हैं। उमेश पासवान 18 मई, 2024 तक 28050 हजार खर्च किए थे। जो सभी 25 प्रत्याशियों में सबसे कम है। वहीं साइकिल रिपेयरिंग का काम करनेवाले निताई ने अबतक एक बार ही खर्च का ब्योरा दिया है। उसमें 29940 रुपए खर्च करने की जानकारी दी है। वहीं लोकसभा चुनाव में एक मात्र किन्नर प्रत्याशी सुनैना िकन्नर 75340 रुपए खर्च कर चुकी हैं।
[ad_2]
Source link