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अमेरिका ने इजरायल को दिए जाने वाले 2,000 पाउंड के शक्तिशाली बम देने पर रोक लगाई.अमेरिका 1,800 बमों के साथ-साथ 1,700 और 500 पाउंड के बमों की खेप भी रोक रहा है.अमेरिका को राफा में 10 लाख से अधिक शरणार्थी जो आश्रय लिए हुए हैं उनकी चिंता है.
ISRAEL HAMAS WAR: क्या यह इजरायल के लिए बिना शर्त अमेरिकी समर्थन का अंत है? संयुक्त राज्य अमेरिका ने गाजा में हमास की भूमिगत सुरंगों को निशाना बनाने के लिए इजरायल को दिए जाने वाले 2,000 पाउंड के शक्तिशाली बम देने पर रोक लगा दी है. तो क्या ये नेतन्याहू की सरकार द्वारा राफा की नागरिक आबादी में जमीनी घुसपैठ के परिणामों पर अमेरिका की प्रतिक्रिया है. अमेरिकी अधिकारियों ने कहा कि अमेरिका 1,800 बमों के साथ-साथ 1,700 और 500 पाउंड के बमों की खेप भी रोक रहा है. उसने यह फैसला ऐसे समय में लिया है जब इजरायल हमास को जड़ से उखाड़ने के प्रयास में दक्षिणी गाजा शहर राफा पर हमले की योजना बना रहा है.
शरणार्थियों को लेकर चिंतित है अमेरिका
माना जाता है कि इजरायल ने इस मामले में वॉशिंगटन की चेतावनियों को हमेशा नजरअंदाज किया है. हालांकि अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने पहले ही धमकी दी थी कि अगर इजरायल दक्षिणी गाजा शहर में प्रवेश करता है, तो उसे कुछ खास प्रकार की युद्ध सामग्री देना बंद कर दिया जाएगा. विशेष रूप से 2000 पाउंड बम, जिनका इजरायल अपने आक्रमण में उपयोग कर रहा है. अमेरिका को चिंता है कि राफा में 10 लाख से अधिक शरणार्थी आश्रय लिए हुए हैं. ऐसे में ये बम बड़े पैमाने पर तबाही मचा सकते हैं. बता दें कि ह्यूमन राइट्स ग्रुप भी लंबे समय से कह रहे हैं कि इजरायल के शक्तिशाली बमों के इस्तेमाल के कारण फिलिस्तीनी नागरिकों की अंधाधुंध हत्याएं हो रही हैं.
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ये बम बड़े हथियारों में से एक
एक सीनियर रिसर्चर रयान ब्रॉबस्ट ने कहा कि यह अमेरिका के बड़े हथियारों में से एक है. अमेरिका ने द्वितीय विश्व युद्ध में अपने विमानों से 2,000 पाउंड के बम गिराए थे. इसका मौजूदा वर्जन वियतनाम युद्ध के समय का है. यह हवा से गिराया जाने वाला हथियार है, जो अधिक भार ले जा सकता है. 2,000 पाउंड के बम के कई प्रकार हैं – कुछ को जमीन के अंदर टारगेट को भेदने के लिए डिजाइन किया गया है, जबकि कुछ जमीन के ऊपर विस्फोट करते हैं और बड़ा नुकसान करते हैं. इसके विस्फोट का दायरा एक चौथाई मील तक हो सकता है.
हमास के हमले के बाद दिया था अमेरिका ने
इस बम को लड़ाकू जेट से जमीन पर गिराने के बजाय, टारगेट तक गोला-बारूद ले जाने में सक्षम बनाती है. यह बम काफी सटीक वार करता है. घनी आबादी वाले इलाके में इसका सटीक प्रहार बड़ा मानवीय नुकसान कर सकता है. इजरायल पर 7 अक्टूबर को हमास के हमले के बाद अमेरिका ने इजरायल को 2,000 पाउंड का गोला-बारूद प्रदान किया. इसके अलावा अमेरिका ने इजराइल को अन्य प्रकार के हथियार दिए हैं. अमेरिका के रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन ने बताया कि राफा जैसे घनी आबादी वाले क्षेत्र के लिए छोटे, अधिक सटीक हथियारों की जरूरत है. हालांकि, हम यह भी सुनिश्चित करते रहेंगे कि इजराइल के पास अपनी रक्षा के लिए आवश्यक साधन मौजूद रहें.
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बम का हो रहा किस तरह इस्तेमाल
जानकारों के मुताबिक राफा में हमास के सुरंग नेटवर्क पर हमला करने के लिए इजरायल को 2,000 पाउंड के बमों की अभी भी जरूरत है. एक हथियार विशेषज्ञ ने कहा कि 2,000 पाउंड बम का न होना इजरायली शस्त्रागार के लिए एक बहुत बड़ा झटका होगा. दरअसल इजरायल ने गाजा में अपने युद्ध अभियान में 2,000 और 500 पाउंड के बम का जमकर इस्तेमाल किया है. अकेले इजरायली अभियान के पहले महीने में गाजा में 2,000 पाउंड के बमों के कम से कम 500 क्रेटर इस्तेमाल किए थे. ये बम रेथियॉन, नॉर्थ्रॉप, लॉकहीड मार्टिन, जनरल डायनेमिक्स और जनरल एटॉमिक्स जैसी प्रमुख अमेरिकी हथियार कंपनियों ने बनाया था.
Tags: America, Hamas attack on Israel, Israel attack on palestine, Israel-Palestine Conflict
FIRST PUBLISHED : May 17, 2024, 21:18 IST
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