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भुसावर पुलिस ने सूरतगढ़ आर्मी कैंप से गिरफ्तार किए पथैना गांव के सैनिक ने पूछताछ में कई खुलासे किए हैं। लेकिन पुराने माेबाइल की बात अभी पुलिस नहीं उगलवा पाई है। पुलिस के अनुसार पुलिस के अनुसार संजय सिंह पाकिस्तान इंटेलिजेंस ऑपरेटिव की एक महिला जासूस
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आरोपी संजय सिंह के मोबाइल से पता चला है कि उसमें 474 बार दोनों ओर से चैट हुई, जिसमें 3 सौ से ज्यादा बार चैट संजय और एक सौ से ज्यादा बार महिला की ओर से चैट हुई है। महिला जासूस ने अपना नाम पूजा बताया था, जिससे करीब 5 माह पहले से संजय बात कर रहा था। पुलिस ने थाना क्षेत्र के गांव पथैना निवासी संजय सिंह को बीती 11 मई को भुसावर पुलिस ने सूरतगढ़ आर्मी कैंप से गिरफ्तार कर भरतपुर लाई थी। उसे तीन दिन की पीसी रिमांड पर लेने के बाद न्यायिक हिरासत में भेज दिया है।
महिला ने स्वयं को सेना में बड़ा अधिकारी बताया
पुलिस पूछताछ में संजय ने बताया कि पूजा ने उसे भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट कर्नल के पद पर होना बताया। वर्तमान में पोस्टिंग भटिंडा में है। एक दिन के लिए के लिए वह आर्मी फायरिंग रेंज महाजन आई हुई हैं और फिर भटिंडा लौट जाएगी। भटिंडा से उसे अगले विभागीय काम से दिल्ला जाना है। संजय ने बताया कि वह उसे मिलने नहीं गया क्योंकि वह डर गया कि वह सिपाही के पद पर है और एक अधिकारी से कैसे मिलेगा। जबकि वहां अन्य अधिकारी भी मौजूद होंगे।
गुप्त जानकारी साझा करने से किया इनकार
प्रथम दृष्टया पुलिस जांच में आरोपी द्वारा दो फोटो शेयर करने के अलावा कोई बड़ी संदिग्ध जानकारी शेयर किया जाना नहीं पाया गया। पूछताछ में आरोपी ने भी बताया कि उससे उसकी यूनिट, यूनिट के अधिकारियों की संख्या और नाम, उपलब्ध हथियारों की जानकारी और सेना की गतिविधियों की जानकारी मांगी गई थी पर उसने शेयर नहीं की। अगर पुलिस के हाथ आरोपी का पुराना मोबाइल लगता है तो और राज खुल सकते हैं।
पूछताछ के लिए गई सीआईडी टीम पर किया था हमला
विगत चार मई को भरतपुर जाेन की सीआईडी टीम आरोपी से पूछताछ करने उसके गांव पथैना गई थी। उसी दिन संजय ने ड्यूटी पर सूरतगढ़ जाना था। आरोपी के परिजनों और अन्य ग्रामीणों ने सीआईडी टीम पर हमला कर दिया और आरोपी जवान संजय सिंह को वहां से भगा दिया था।
आरोपी पुराने मोबाइल के बारे में पुलिस को गुमराह कर रहा
महिला जासूस को संजय ने वाट्सएप पर दो फोटो शेयर की थी, जिसमें एक फोटो में वह कैंपस में सड़क पर खड़ा है और एक अन्य फोटो में वह ओपी पर खड़ा है। पुलिस पूछताछ में पता चला कि संजय को इस बात का पता चल गया था कि उस पर एजेंसी द्वारा नजर रखी जा रही है। इसलिए उसने 10 जनवरी को अपना मोबाइल बंद कर दिया और अगले दिन अपनी मां के नाम से नया मोबाइल और सिम खरीदा। पुराने मोबाइल के बारे में आरोपी पुलिस को गुमराह कर रहा है और पुराने फोन का क्या किया, इसकी सही जानकारी नहीं दी है।
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