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झारखंड में सोमवार को कुछ ऐसा हुआ जिसे देखकर ईडी के अधिकारी भी हैरान रह गए। दरअसल, एक नौकर जिसकी सैलरी 15 हजार रुपए है, के घर में ‘नोटों का पहाड़’ मिला। तीन कमरों में बंद अलमारियां थीं, जिनमें कैश ही कैश भरे पड़े थे। ईडी ने सुबह चार बजे से ही कई जगहों पर छापेमारी शुरु कर दी थी। लेकिन जब अलमारी से नोटों के बंडल निकलने लगे तब बैंक अधिकारियों से संपर्क कर कैश गिनने वाली मशीनें मंगाई गईं। देर रात तक नोटों की गिनती पूरी हुई। कैश गिनते-गिनते मशीनें गर्म हो गईं। लेकिन ईडी को सिर्फ नौकर के घर से पैसे नहीं मिले। मालिक (निजी सचिव) भी घर में कैश रखा हुआ था। ईडी ने उसे जब्त कर लिया है। इस कार्रवाई में गहने भी बरामद किए गए हैं।
मालिक के घर भी मिले कैश
जानकारी के मुताबिक, मंत्री आलमगीर आलम के निजी सचिव संजीव लाल के यहां से करीब 10 लाख रुपए कैश मिले हैं। ईडी की दूसरी टीम ने संजीव लाल के करीबी ठेकेदार मुन्ना सिंह के पीपी कंपाउंड स्थित तेजस्वी अपार्टमेंट के फ्लैट में छापेमारी की। वहां से ईडी को चार करोड़ से अधिक की नकदी मिली। बता दें कि ईडी ने कुल 35.23 करोड़ रुपए जब्त किए हैं। इनमें नौकर के घर 31.20 करोड़ रुपए मिले हैं।
नोट गिनते-गिनते मशीनें हुईं गर्म
नोटों की गिनती कर रही दो मशीनें दोपहर में बंद हो गईं। बैंक से दोबारा मशीनें मंगाई गईं। ईडी के अधिकारियों के मुताबिक, नोट इतने अधिक हैं कि मशीनें बार-बार गरम होकर काम करना बंद कर दे रही थीं। देर रात गिनती हुई। जेवरातों के मूल्यांकन का काम भी जारी रहा।
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नोट गिनने के दौरान बिजली नहीं काटने की गुजारिश की
नोटों की गिनती के समय सोमवार को पूरे दिन बार-बार बिजली आ-जा रही थी। नोट मशीनों में फंस जा रहे थे। बिजली कट से व्यवधान के कारण ईडी के अधिकारियों ने बाद में बिजली विभाग के वरीय अधिकारियों से संपर्क किया। गुजारिश की कि जब तक ईडी का काम पूरा नहीं हो जाता, इलाके में बिजली व्यवस्था बहाल रखें।
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