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देशभर के मेडिकल कॉलेजों में दाखिले के लिए रविवार को आयोजित नीट यूजी की परीक्षा के दौरान रांची से फर्जी परीक्षार्थी पकड़े जाने का मामला सामने आया है। नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) के सिटी को-ऑर्डिनेटर सह डीपीएस रांची के प्राचार्य डॉ राम सिंह ने बताया कि पांच स्कूलों से छह फर्जी परीक्षार्थी पकड़े गए हैं। पुलिस छानबीन कर रही है।
डीपीएस रांची से दो, सरला बिरला स्कूल, डीएवी बरियातू, डीएवी धुर्वा और कैंब्रियन स्कूल से एक-एक फर्जी परीक्षार्थी दबोचे गए। इनमें से दो लोग बिहार के रहने वाले हैं। जेवीएम श्यामली से भी एक छात्र के पकड़े जाने की सूचना मिली, पर प्राचार्य समरजीत जाना ने कहा कि दस्तावेजों की जांच में छात्र को सही पाया गया तो वह परीक्षा में शामिल हुआ।
परीक्षा शुरू होने से पहले जब परीक्षार्थियों की बायोमीट्रिक उपस्थिति बनाई जा रही थी, तब डाटा मैच नहीं हुआ। दस्तावेजों की जांच हुई तो फर्जी परीक्षार्थी के रूप में उन्हें पकड़ा गया। एनटीए के रांची को-ऑर्डिनेटर सह डीपीएस रांची के प्राचार्य डॉ राम सिंह ने बताया कि रांची के 21 स्कूलों में परीक्षा केंद्र थे। विभिन्न स्कूलों से छह फर्जी परीक्षार्थी पकड़े गए हैं। जानकारी एसएसपी रांची को भी दी गई है। डीपीएस, डीएवी बरियातू और सरला बिरला स्कूल ने फर्जी परीक्षार्थी पकड़े जाने की शिकायत संबंधित थानों में भी की है।
अब एनटीए तय करेगा, क्या होगी कार्रवाई
सरला बिरला स्कूल की प्राचार्या परमजीत कौर ने बताया कि परीक्षा देनेवाले और जिस अभ्यर्थी की जगह फर्जी अभ्यर्थी परीक्षा में शामिल हुआ, दोनों पर कार्रवाई संभव है। एनटीए ही तय करेगा कि जिस अभ्यर्थी की जगह फर्जी अभ्यर्थी परीक्षा में शामिल हुआ, उसे भविष्य में परीक्षा में बैठने की अनुमति दी जाएगी या नहीं।
सीबीएसई-सीटेट में भी बिहार की एक युवती धरी गई थी
23 जनवरी 2023 में हुई सीबीएसई-सीटेट की परीक्षा में भी एक फर्जी परीक्षार्थी को कोकर स्थित एक परीक्षा केंद्र से दबोचा गया था। उसका नाम गुड़िया था। वह बिहार की रहने वाली थी। वह उस केंद्र पर किसी दूसरे परीक्षार्थी के नाम से ऑनलाइन परीक्षा दे रही थी। वहीं नीट में पकड़े गए परीक्षार्थियों में भी दो बिहार के हैं। सरला बिरला स्कूल में अभिषेक के नाम पर परीक्षा दे रहा सोनू भभुआ के मोहनिया का, जबकि डीएवी बरियातू में प्रियांशु के नाम पर परीक्षा दे रहा आशीष भी बिहार का ही है।
पटना में पेपर लीक की सूचना पर छापा, 8 हिरासत में
बिहार में पटना पुलिस ने नीट यूजी की परीक्षा के प्रश्न पत्र लीक होने की सूचना पर रविवार देर शाम कार्रवाई शुरू कर दी। पटना के एसएसपी सह डीआईजी राजीव मिश्रा ने कार्रवाई की पुष्टि की है।
पुलिस के मुताबिक शास्त्रीनगर थाने में एफआईआर दर्ज की गई है और पटना समेत अन्य ठिकानों पर छापेमारी की जा रही है। आठ लोगों को हिरासत में लिया गया है, जिनमें अभ्यर्थी, उनके अभिभावक और इस नेटवर्क से जुड़े लोग शामिल हैं। पुलिस ने दानापुर से रॉकी नाम के एक संदिग्ध को पुलिस ने हिरासत में लिया। उसके पास से लैपटॉप, राउटर और मोबाइल फोन मिले। रॉकी के मोबाइल से प्रश्न पत्र की कुछ कॉपियां अलग-अलग नंबरों पर भेजी गई थीं। कॉपी रॉकी के मोबाइल पर शनिवार की शाम सात बजे ही आ गई थी। हालांकि वे असली प्रश्न पत्र थे या नहीं, पुलिस कुछ भी नहीं कह पा रही है। रॉकी के मोबाइल पर आए मैसेज के आधार पर पुलिस बोरिंग कैनाल रोड से दो और रामकृष्ण नगर से एक समेत आठ लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। छापेमारी जारी थी।
एमबीबीएस के कुछ अभ्यर्थी भी लिए गए गिरफ्त में
उधर, एनटीए की वरीय अधिकारी साधना पराशर ने बताया कि पेपर लीक की कोई सूचना नहीं मिली है। परीक्षा के दौरान अलग-अलग राज्यों में 50 से अधिक अभ्यर्थी पकड़े गए हैं। कुछ एमबीबीएस के अभ्यर्थी भी गिरफ्त में लिए गए हैं। पूरे मामले की जांच की जाएगी। इधर, पटना के सिटी को-ऑर्डिनेटर पीके सिंह ने बताया कि परीक्षा सेंटरों से पेपर लीक से संबंधित कोई जानकारी नहीं मिली है। सभी सेंटर पर परीक्षा शांतिपूर्ण रही। कहीं किसी सेंटर से संदिग्ध पकड़ में नहीं आये हैं। एनटीए के तय निर्देश के अनुसार जांच की गयी है। एक-एक जगह पर नजर रखी गयी थी।
एनटीए की दलील, चार बजे के बाद प्रसारित हुआ इंटरनेट पर पेपर
पेपर लीक पर मामले पर एनटीए के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि नियमों के मुताबिक छात्रों को परीक्षा के बाद केवल प्रश्न पत्र के साथ हॉल से बाहर जाने की अनुमति है, लेकिन कुछ छात्र जबरदस्ती बाहर चले गये, इसके चलते प्रश्न पत्र शाम करीब चार बजे इंटरनेट पर प्रसारित हो गया, लेकिन तब तक देशभर के अन्य सभी केंद्रों पर परीक्षा शुरू हो चुकी थी, इसलिए, नीट यूजी का प्रश्न पत्र लीक नहीं हुआ है।
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