[ad_1]
03
बताया जाता है कि काबुल से मुंबई आने का फैसला कादर की मां का था, क्योंकि कादर से पहले जन्में उनके दो बच्चों की मौत हो चुकी थी और उन्हें वहां का वातावरण रास नहीं आ रहा था और वो कादर खान को लेकर काफी चिंतित रहती थीं, इसलिए वे सभी मुंबई आकर बस गए थे. उनके पिता कई भाषाओं की जानकारी रखते थे, इस वजह से उन्हें वहां के एक मस्जिद में नौकरी भी लग गई थी, लेकिन जितने पैसे उन्हें मस्जिद से महीने में मिलते थे, उससे घर का गुजारा हो पाना मुश्किल हो रहा था.
[ad_2]
Source link