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राजस्थान में लोकसभा के दूसरे चरण के प्रचार के बाद वापस अलवर आए नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने दावा किया कि बीजेपी के बड़े नेता राजस्थान में मात खाएंगे। नाम लेते हुए कहा कि कोटा से ओम बिरला, जोधपुर से गजेंद्र सिंह व अलवर से भूपेंद्र यादव भी चुनाव हारेंगे। अलवर को लेकर इतना तक कह दिया कि मुंडावर में उप चुनाव की तैयारी है। इस बार बीजेपी ने 400 पार का जो नारा दिया वही इनके ताबूत में कील ठोकने का काम करेगा। 400 पार का मतलब ये संविधान काे बदलने की सोच रखते हैं। जिस संविधान के कारण चाय बेचने वाले नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री बने। उसी को अब बदलने की मंशा रखने के मकसद से 400 पार का नारा दिया। जैसे सब कुछ इनके हाथ में हो। इसका मतलब जनता समझ गई। जिसका असर दिख रहा है। नेता प्रतिपक्ष ने टीकाराम जूली ने दैनिक भास्कर से बातचीत में कहा कि वे दूसरे चरण की राजस्थान की 13 लोकसभा सीटों पर प्रचार कर वापस अलवर आए हैं। प्रदेश में कांग्रेस की सीट बीजेपी से ज्यादा आने वाली हैं। यही नहीं बीजेपी के बड़े चेहरे भी चुनाव हार रहे हैं। दो जगहों पर तो बीजेपी तीसरे नंबर पर जा सकती है। बाड़मेर में बीजेपी तीसरे नंबर पर जूली ने कहा कि बीजेपी कई जगह तीसरे नंबर पर आएगी। जैसे बाड़मेर। वैभव गहलोत के चुनाव को लेकर कहा कि बीजेपी की सीट पर जाकर चुनाव लड़े हैं। इसलिए मुकाबला रहा है। लेकिन उन्होंने जनता काे समय दिया है। अब वैभव गहलोत भी चुनाव जीतकर आएंगे। सचिन पायलट के वहां प्रचार में नहीं जाने का कारण बताया कि सबका अपना कार्यक्रम बना है। अधिकतर जगहों पर जाने का प्रयास किया है। लेकिन देश में मोदी तो चुनाव ही बंद कराना चाह रहे हैं। बीजेपी हवा में रही है। इनके ताबूत में कील 400 पार के नारे से ठुकने वाली है। इनके केंद्रीय मंत्री यानी बड़े चेहरे सबसे पहले चुनाव हारने वाले हैं। पिछली बार प्रदेश में कांग्रेस की सरकार वाले अधिकतर मंत्री भी विधानसभा चुनाव हार गए थे। मंत्री क्यों हारते हैं? कांग्रेस के मंत्रियों का हारने का कारण मोदी सरकार ने उनको बदनाम किया था। मंत्रियों के साथ दिक्कत रहती है कि वे अपने क्षेत्र में पूरा समय नहीं दे पाते हैं। लेकिन मोदी सरकार के मंत्री हवा में रहे हैं। उनको लगता है जनता हर बार यूं ही वोट कर देगी। अबकी बार लोकसभा चुनाव में प्रदेश में कांग्रेस के टिकट सही हाथों में गए या चूक रही ? इस बार कांग्रेस ने प्रदेश में अच्छे नेताओं को लोकसभा के टिकट दिए हैं। युवा चेहरों को मौका दिया है। जिनका चुनाव भी अच्छा रहा है। प्रदेश में कितनी सीटें जीत सकते हैं? हम बीजेपी से अधिक सीट जीतेंगे। कम से कम 12 सीट जीत रहे हैं। मुंडावर में उप चुनाव होगा क्या? हां, मुंडावर में उप चुनाव होगा। अलवर से कांग्रेस प्रत्याशी ही जीतेगा। कम वोटिंग प्रतिशत का मतलब अलग-अलग है। लेकिन ओवरऑल कांग्रेस का वोट अधिक पड़ा है। यही जीत का कारण बनेगा। मुंडावर में उप चुनाव होगा। जिसकी तैयारी भी शुरू कर देंगे।
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