● मजदूरों के सम्मानजनक जीवन के संवैधानिक अधिकार की हो गारंटी
● मजदूरों को डीएम ने दिया आश्वासन जल्द बुलाएंगे ओबरा परियोजना प्रबंधन को
सोनभद्र, 4 अप्रैल 2024, ओबरा तापीय परियोजना में ठेका मजदूरों की आवास से हो रही बेदखली और आवास की बिजली व पानी काटने के खिलाफ आज मजदूरों ने जिलाधिकारी से उनके आवास पर मुलाकात की और अपनी समस्याओं को बताते हुए इस विधि विरुद्ध बेदखली पर रोक लगाते हुए मजदूरों के सम्मानजनक जीवन के संवैधानिक अधिकार को सुनिश्चित करने की मांग की। डीएम चंद्र विजय सिंह ने मजदूरों को आश्वस्त किया कि शीघ्र ही ओबरा तापीय परियोजना के प्रबंधन को बुलाकर मजदूरों की समस्याओं का निराकरण किया जाएगा।
डीएम से मिले ठेका मजदूर यूनियन के प्रतिनिधिमंडल ने दिए पत्रक में कहा की 1997 में यूनियन व प्रबंधन के बीच में हुए समझौते के बाद ठेका मजदूरों को ओबरा तापीय परियोजना में आवासों को दिया गया था। इसकी बकायदा सूची प्रबंधन के पास है। ठेका मजदूर कानून में भी यह प्रावधान है कि ठेका मजदूरों को आवास की व्यवस्था की जाए। बावजूद इसके बिना किसी वैकल्पिक व्यवस्था और नोटिस के मजदूरों को उनके आवास से बेदखल किया जा रहा है और उनके आवास की लाइट व पानी काट दिया गया है। इस भीषण गर्मी में बिना लाइट के मजदूर और उनके बाल बच्चें बेहद अमानवीय स्थिति में रहने के लिए मजबूर हैं। पत्रक में कहा गया कि बेहद कम मजदूरी में काम करने वाले मजदूरों से यदि आवास को छीन लिया जाएगा तो ओबरा तापीय परियोजना में उनके लिए काम करना बेहद कठिन हो जाएगा और बड़ी संख्या में मजदूरों का पलायन होगा। जिससे तापीय परियोजना का काम भी प्रभावित होगा। इसलिए तत्काल हस्तक्षेप कर बेदखली की कार्रवाई पर रोक लगाने की मांग की गई।
प्रतिनिधि मंडल में जिला उपाध्यक्ष तीर्थराज यादव, संयुक्त मंत्री मोहन प्रसाद, मोहनलाल, गणेश प्रसाद, पंकज कुमार, अजय, सुरेंद्र, पप्पू, अनिल, मनोज, नंदू शामिल रहे।