मिलिन्द कुमार
घोरावल सोनभद्र
सोनभद्र जिले के घोरावल तहसील क्षेत्र के ओबराडीह गांव में चल रही यज्ञ में शुक्रवार को रात में सिद्धेश्वर महादेव सेवा संस्थान महुआंव पाण्डेय की अध्यक्ष श्रीमती नीलम द्विवेदी ने कथावाचिका बाल व्यास आराधना चतुर्वेदी को सम्मानित किया। सम्मानित करते समय व्यासपीठ पर सिद्धेश्वर महादेव सेवा संस्थान महुआंव पाण्डेय घोरावल सोनभद्र की अध्यक्ष नीलम द्विवेदी के साथ संस्थान के संस्थापक राम अनुज धर द्विवेदी ने संयुक्त रूप से बाल व्यास आराधना चतुर्वेदी का माल्यार्पण कर अंगवस्त्र भेंट सम्मानित किया। बताते चलें कि एक सप्ताह तक चलने वाले कथा के विश्राम दिन यह कार्यक्रम ओबराडीह में यज्ञ मण्डप में चल रहे कथा के दौरान यह कार्यक्रम किया गया। इसके पूर्व यजमान भगवान देव पाण्डेय ने सपत्नीक विधि विधान से पूजन अर्चन कर व्यास जी का भी समुचित रूप से पूजन कर विधि विधान से कर कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ। कथा में कथावाचिका बाल व्यास आराधना चतुर्वेदी ने बताया कि राम का चरित्र अनुकरणीय है इसलिए प्रभु राम घर घर मे पूजित हैं। भगवान श्रीराम के जीवन को उठा कर हम देखें तो हर रूप का उनमें दर्शन होता है। सृष्टि से लेकर सृष्टा तक, दृष्टि से लेकर दृष्टा तक, गृहस्थ से लेकर सन्त तक, आरम्भ से लेकर अंत तक राजा से लेकर तपस्वी तक सब रूपों में भगवान के दर्शन होते हैं। इसीलिए जीव भगवान के पास उनकी शरण मे आता है। रामराज्य की स्थापना का यदि मन मे सपना है तो उसे साकार करने के लिए हम सभी को आगे आना पड़ेगा और हर मां को कौशल्या बनना पड़ेगा। यज्ञाचार्य पण्डित निरजानंद शास्त्री जी ने बताया कि भगवान भोलेनाथ की दिव्य भस्म आरती की गई । कथा में मुख्य रूप से यजमान भगवान देव पाण्डेय सपत्निक, राजबली देव पाण्डेय, अवधेश देव पाण्डेय, प्रमोद सिंह पटेल , राम अनुज धर द्विवेदी , विकास पाण्डेय सहित आस पास के गांव के भी श्रोता अधिक संख्या में उपस्थित रहे।