[ad_1]
बाड़मेर शहर के लिए पेयजल स्कीम अमृत-2 की बड़ी सौगात मिली है। इसके तहत शहर में पुराना पेयजल सिस्टम दुरुस्त होगा और आमजन को पेयजल उपलब्ध करवाने की दिशा में बड़ा काम होगा। इसके लिए राज्य सरकार ने अमृत-2 पेयजल स्कीम के लिए 46.33 करोड़ रुपए के बजट की स्व
.
दरअसल 10-15 साल पूर्व बिछाई गई सीमेंट पेयजल लाइनें अब 6-7 फीट तक गहराई में चली गई है, इससे लीकेज के दौरान भी पीएचईडी को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। ऐसे में अब अमृत-2 स्कीम के तहत 64 किमी. पुरानी लाइनों को बदलने का काम होगा।
बाड़मेर शहर में इंदिरा गांधी लिफ्ट कैनाल परियोजना के तह 2012 में मीठा पानी मिलना शुरू हुआ था। उस समय आरयूआईडीपी की ओर से पूरे शहर में लाइनों को बदला था और नए पंप हाउस स्थापित किए थे। अब करीब 12 साल बाद केंद्र सरकार की स्कीम अमृत-2 के तहत शहर के लिए पेयजल प्रोजेक्ट को स्वीकृति मिली है। इसके तहत 46.33 करोड़ रुपए पेयजल पर खर्च होंगे। इसके तहत पुरानी लाइनों को बदलने के साथ ही पंप हाउस की क्षमताओं को बढ़ाया जाएगा। इसके अलावा 2 पुराने पंप हाउस अपग्रेड होंगे और 2 नए पंप हाउस बनाएंगे। इसके अलावा 7 ओवरहेड टैंक बनेंगे, इससे शहर की कॉलोनियों तक प्रेशर के साथ पानी सप्लाई होगी।
शहर में इन 7 जगह नई ओवरहेड टंकियां बनेगी
शास्त्रीनगर जोन-4 में 600 केएल, राम नगर जोन-8 में 800 केएल, सिणधरी रोड पर 800 केएल, आदर्श स्टेडियम जोन-5 में 800 केएल, तिलक नगर जोन-17 में 500 केएल, कल्याणपुरा में 800 केएल क्षमता के नए ओवरहेड टैंक यानि नई टंकियां बनेगी। इससे लोगों के घरों तक हाई-प्रेशर से पानी पहुंचेगा। जीरो पॉइंट तक इन ओवरहेड तक करीब 16 किमी. तक 150 से 200 एमएम क्षमता की नई पाइप लाइन बिछाई जाएगी।
अलग-अलग क्षमता के 4 सीडब्ल्यूआर का निर्माण
शहर के लक्ष्मी नगर पंप हाउस पर 400 केएल क्षमता का सीडब्ल्यूआर यानि ग्राउंड पर बनी पानी की टंकी, जिससे घरों तक पानी की सप्लाई होती है। लक्ष्मी नगर में 1000 क्षमता का नया सीडब्ल्यूआर बनेगा। कारेली नाडी पर 1300 केएल क्षमता का सीडब्ल्यूआर है, अब 700 केएल क्षमता का नया बनेगा। रेलवे कुआं नं. 3 लाल डूंगरी में 100 केएल क्षमता का नया सीडब्लयूआर बनेगा। महावीर नगर में 900 केएल क्षमता का सीडब्ल्यूआर है, लेकिन क्षतिग्रस्त है। इसे दुबारा नए सिरे से बनाया जाएगा।
पहाड़ी पर बसे लोगों के लिए बूस्टर पंप से सप्लाई होगी
दरअसल वेणासर नाडी व डोला डूंगरी के आसपास की आबादी पहाड़ी पर बसी हुई हैं। ऐसे में यहां पानी प्रेशर से नहीं आता है। ऐसे में यहां बूस्टर पंप लगेंगे, ताकि पहाड़ी पर बैठे लोगों के घर तक भी प्रेशर के साथ पानी पहुंच सके। जीराे पॉइंट पर नया पंप स्थापित होगा, जो पंप है उसे महावीर नगर में शिफ्ट किया जाएगा। इसी तरह कारेली नाडी पर भी नया पंप लगेगा। कारेली नाडी के पंप को डोला डूंगरी शिफ्ट किया जाएगा। सीडब्ल्यूआर महावीर नगर में नया पंप स्थापित होगा, पुराने पंप को जीरो पॉइंट पर शिफ्ट किया जाएगा। राम नगर, सिणधरी रोड व लाल डूंगरी में नया सीडब्ल्यूआर बनेगा।
64 किमी. पुरानी लाइन बदलेंगे और नई बिछाएंगे
शहर में काफी पानी की लाइनों को इस अमृत-2 मिशन के तहत बदला जाएगा। इसमें 90 एमएम से 400 एमएम तक लाइन बिछाई जाएगी। इनमें सबसे ज्यादा 110 एमएम की 29 किमी. लाइन होगी। इसके अलावा जिन गलियों में लाइन नहीं है, वहां नई लाइन भी बिछाई जाएगी। पाइप लाइन के लिए 7.22 करोड़ के बजट का प्रावधान किया गया है। इसके अलावा पंपिंग हाउस पर नई मशीनरी, पंप हाउस निर्माण, सीडब्ल्यूआर, नई टंकियां, भाडखा में ट्यूबवैल, इंवेटर, केबल व सोलर पैनल, बिजली तंत्र का काम भी होगा।
“बाड़मेर शहर को अमृत-2 पेयजल स्कीम के तहत 46.33 करोड़ रुपए का बजट सरकार ने स्वीकृत किया है। इससे शहर में पेयजल समस्या दूर होगी और नए पंप हाउस, टंकियां और पाइप लाइन बिछाई जाएगी। मुख्यमंत्री भजनलाल ने प्रदेश की 200 विधानसभाओं में सबसे ज्यादा ट्यूबवैल भी बाड़मेर को दिए हैं। शहर से लेकर गांव के घर तक मीठा पानी पहुंचाने की दिशा में भी हमारी सरकार काम कर रही है।”
-डॉ. प्रियंका चौधरी, विधायक बाड़मेर।
“सरकार ने अमृत-2 पेयजल स्कीम की स्वीकृति जारी की है, इसके तहत शहर में 64 किमी. पुरानी लाइनें बदलने और नई बिछाने काम होगा। 7 नई टंकियां बनेगी। 4 सीडब्लयूआर बनेंगे। पहाड़ी इलाके में बसने वाले लोगों के लिए अब नए बूस्टर पंप लगेंगे, ताकि प्रेशर के साथ पानी घरों तक पहुंचे।”
-चंद्रेश चौधरी, एक्सईएन, पीएचईडी, बाड़मेर।
[ad_2]
Source link