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पलामू में एक महिला ने तंत्र सिद्धि के लिए अपनी एक साल की बेटी की बलि दे दी। बेटी के सीने को चाकू मारकर फाड़ डाला और उसके कलेजे को निकाल लिया। आशंका जाहिर की जा रही है कि महिला ने कलेजे को खा लिया है। घटना हुसैनाबाद थाना क्षेत्र के खरारपर गांव की है।
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आरोपी महिला खरारपर गांव निवासी अरुण राम की पत्नी गीता देवी (30) है। अरुण राम दूसरे राज्य में मजदूरी करता है। स्थानिय लोगों ने बताया कि बेटी की निर्मम हत्या करने बाद महिला आधी रात को निर्वस्त्र होकर गांव में घूमने लगी तब मामले का खुलासा हुआ। गीता देवी ने मंगलवार की मध्य रात्रि घर से करीब दो किलोमीटर दूर सिकनी बरवाढोड़ा जंगल में पूरे घटना को अंजाम दिया।
महिला ने अपनी एक साल की बेटी को मारकर मिट्टी में दफना दिया।
महिला को भूत-भूत चिल्लाने लगा पड़ोसी
बेटी परी को मारकर मिट्टी में दफना दिया। बेटी की बलि देकर रात्रि में निवस्त्र गांव पहुंची। पड़ोसी का दरवाजा खटखटाया। पड़ोसी उसे देखकर डर गया और भूत-भूत चिल्लाने लगा। इसके बाद पूरे गांव के लोग जुट गए।
महिला की सास कौशल्या देवी का कहना है कि उसकी पोती की हत्या उसी की मां गीता देवी ने किया है। हत्या के बाद नंगे बदन मनोज राम के घर पहुंच गई थी। किसी तरह उसे साड़ी पहनकर घर ले आई। पोती उसके साथ नहीं मिली तो उसके बारे में पूछा। बहू ने बताया कि 200 रुपए में बेच दिया। फिर बोली कि साधु लेकर चला गया।
शव को जमीन से बाहर निकालती महिला।
डॉक्टर के मुताबिक बच्ची का कलेजा गायब था
13 नवंबर की सुबह गांव के लोग जुटे और गीता देवी को डराने धमकाने लगे। तब उसने बताया कि रात में ही परी की हत्या करके लाश को मिट्टी में छिपा दिया है। बहू को लेकर गांव के लोगों के साथ मौके पर पहुंची तो उसकी पोती का शव मिट्टी में दबी मिली। पोती के सीने पर गहरा जख्म था। इस संबंध में महिला की सास कौशल्या देवी ने मामला दर्ज कराया है।
अनुमंडलीय अस्पताल में बच्ची का पोस्टमॉर्टम किया गया। डॉक्टर के मुताबिक बच्ची का कलेजा गायब था। ग्रामीणों के अनुसार महिला मंगलवार दिन से ही बच्ची को लेकर गायब थी, लेकिन किसी को यह तनिक भी अंदाजा नहीं था कि तांत्रिक सिद्धि के लिए बेटी की बलि दे देगी।
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