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Donald Trump: अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप अपनी आगामी प्रशासनिक योजनाओं को लेकर बेहद एक्टिव मोड में हैं. उन्होंने अपनी टीम में कई महत्वपूर्ण नियुक्तियां की हैं और पदभार संभालने से पहले ही छंटनी की प्रक्रिया शुरू कर दी है. खासकर सैन्य अधिकारियों के खिलाफ उनकी सख्त कार्रवाई की योजना सुर्खियों में है. रूस-यूक्रेन और इजरायल-हमास के संघर्षों के बीच ट्रंप की ट्रांजिशन टीम ने उन सैन्य अधिकारियों की एक सूची तैयार की है जिन्हें पद से हटाया जाना है.
सूत्रों के अनुसार, ट्रंप की “हिटलिस्ट” में दो ज्वाइंट चीफ ऑफ स्टाफ के अधिकारी शामिल हैं. इस सूची में प्रमुख नाम मार्क मिली का है, जो ट्रंप के पहले कार्यकाल के दौरान ज्वाइंट चीफ ऑफ स्टाफ के चेयरमैन रहे थे. मार्क मिली ने हाल ही में प्रकाशित किताब War में ट्रंप की आलोचना की थी, जिसमें उन्होंने ट्रंप को फांसीवादी बताया था. ट्रंप के अनुसार मिली और उनके करीबियों पर कार्रवाई की जाएगी. इसके अतिरिक्त, वर्तमान ज्वाइंट चीफ ऑफ स्टाफ के चेयरमैन, एयरफोर्स जनरल सीक्यू ब्राउन भी इस सूची में शामिल हो सकते हैं. ब्राउन ने अश्वेतों के अधिकारों और समानता के समर्थन में खुलकर आवाज उठाई थी, जिससे ट्रंप के प्रशासन में उनकी स्थिति संवेदनशील हो सकती है.
पेंटागन की प्रतिक्रिया
अटकलें हैं कि ट्रंप के दूसरे कार्यकाल में पेंटागन के अधिकारियों को एक वफादारी टेस्ट से गुजरना पड़ सकता है. ट्रंप के आलोचकों और उनके प्रति वफादार नहीं रहने वाले अधिकारियों को बर्खास्त किया जा सकता है. पेंटागन के मौजूदा और पूर्व अधिकारियों का मानना है कि ट्रंप की गाज उन्हीं पर गिर सकती है जिन्होंने ट्रंप की नीतियों की आलोचना की है या उनकी वफादारी पर सवाल उठाया है.
डेमोक्रेट्स की प्रतिक्रिया
इस बर्खास्तगी की अटकलों के बीच सीनेट आर्म्ड सर्विसेज कमेटी के प्रमुख डेमोक्रेट जैक रीड ने ट्रंप के फैसलों की आलोचना की है. रीड का कहना है कि ट्रंप के कदम अमेरिकी रक्षा मंत्रालय की संरचना को नुकसान पहुंचा सकते हैं और उन अधिकारियों को हटा सकते हैं जो संविधान की रक्षा के लिए खड़े होते हैं. उन्होंने ट्रंप पर आरोप लगाया कि वे पेंटागन को अपने वफादारों से भरने की कोशिश करेंगे, जिससे राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरा हो सकता है.
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