[ad_1]
5 उल्लू, 10 उल्टे पंख वाले मुर्गे और गोरोचन से लोगों को धनवान बनाने वाला करोड़पति बाबा और उसका बेटा फरार हैं। दोनों तंत्र क्रिया से जमीन में गड़ा धन निकालने का लालच देकर लाखों रुपए का फ्रॉड कर चुके हैं। मजदूरों से लेकर व्यापारियों तक को अपना निशाना बना
.
आरोपी बाबा पूजा-पाठ कर लोगों के घरों पर खुदाई कराता था। खुदाई में एक बर्तन निकालता था, जिसमें धन होने का दावा कर खास मुहूर्त में खुलवाने का झांसा देता था। अलग-अलग पूजाएं करने के नाम पर लोगों से पैसे ऐंठता रहता था। ज्यादा समय होने पर जब लोग उससे पैसे वापस मांगते तो वह झूठे केस में फंसाने की धमकी देता और चेक बाउंस जैसे नोटिस भिजवाने लगता था। काला जादू करके मरवाने की बात भी कहता।
ठगी का शिकार हुए कुछ पीड़ित पुलिस के पास पहुंचे और शिकायत की। पुलिस ने एक मामले में प्रकरण दर्ज किया तो 18 अन्य पीड़ित भी थाने पहुंच गए। पता लगा कि आरोपी 4 साल से यह काम करता आ रहा है…पढ़िए रिपोर्ट
फ्रॉड करके बंगला बनाया, खरीदी कार आरोपी बाबा देवी सिंह रजक 38 साल का है। पथरिया का रहने वाला देवी मध्यमवर्गीय परिवार से है। वह शुरू से ही पूजा-पाठ करता था। 6-7 साल पहले सागर के सिविल लाइन रोड पर गोलगप्पे और चाऊमीन की दुकान शुरू की थी।
कोरोनाकाल के बाद पथरिया शिफ्ट हो गया। यहां ओजस्वनी कॉलेज के सामने किराए की दुकान में चाऊमीन की दुकान शुरू की। 2020 में अचानक देवी सिंह ने एक कॉलोनी में आलीशान मकान बनवाया। कार खरीदी। उसका रहन-सहन बदल गया। यह देख गांव के लोग भी हैरान थे।
देवी सिंह खजाना दबे होने की बात कहकर घर के अंदर खुदाई करवाता था।
गड़े धन के नाम पर करता था ठगी सागर के बल्लभ नगर वार्ड में रहने वाले दीपेश पिता गनेश प्रसाद सेन ने सिविल लाइन थाने में शिकायती आवेदन दिया। जिसमें बताया, ‘मैं बिजली विभाग में ठेकेदारी का काम करता था। फिलहाल, सिंधी कैंप में चाट का ठेला लगाता हूं। आर्थिक रूप से परेशान होने की बात ऋषभ रजक को बताई थी। ऋषभ ने मुझसे कहा- मैं तुम्हें एक व्यक्ति से मिलवाता हूं, जो तुम्हारी सारी परेशानी हल कर देगा। उसने मुझे दिसंबर 2023 में देवी सिंह रजक से मिलवाया।
देवी अपने घर में दिवाला (पूजा-पाठ करने का स्थान) बनाए था। उसे मैंने पैसों की तंगी की समस्या बताई और हल पूछा। उसने मुझे 4 लौंग दीं। कहा- एक लौंग तत्काल खा लो। मैंने लौंग खा ली, जिससे मेरा सिर चकराने लगा और शरीर सुस्त पड़ गया। उसने बताया कि उसके बेटे कृष्णा रजक को कजरी लगती है, जिससे गड़े धन का पता करके उसे निकाल लेते हैं।
जनवरी 2024 में एक रात करीब 9 बजे देवी सिंह रजक और उसके 18 वर्षीय बेटे कृष्णा ने मुझे, मेरे मित्र दिनेश पटेल और गंगा अहिरवार को खुरई रोड पर बुलाया। यहां प्रसाद में मिठाई खाने को दी। इसे खाकर हम तीनों सुध-बुध खो बैठे। यहां फिर मेरे मकान में खुदाई कर गड़ा धन निकालने की बात कही।
पिकअप वाहन बेचकर दिए रुपए दीपेश ने बताया, ‘एक दिन देवी सिंह ने मुझे गुंड सौंपी और बोला- इसे घर ले जाओ। इसे खोलना नहीं। अभी मुझे वैष्णो देवी दर्शन के लिए जाना है। मैं लौटकर तुम्हारी सारी समस्याएं हल कर दूंगा। लौटकर मुझसे मिला और बोला- कुछ दिन रुकना पड़ेगा। अभी गुंड नहीं खोलना। इस बीच पूजा-पाठ के नाम पर उसने मुझसे 10.95 लाख रुपए ऐंठ लिए। मैंने पिकअप वाहन बेचकर रुपए देवी को दिए थे।
बार-बार ऐसा बोलने पर मुझे शक हुआ। घरवालों के कहने पर मैंने गुंड खोली तो उसमें कुछ जेवर निकले। सुनार से चेक कराया तो वह नकली थे। मैं समझ गया कि देवी सिंह ने मुझे ठग लिया है। मैंने उससे पैसे मांगे तो वह धमकाने लगा। इसके बाद मैंने सिविल लाइन थाने में प्रकरण दर्ज कराया।’
देवी सिंह मकानों की खुदाई में एक पुराना कलश निकालकर देता था, जिसमें नकली जेवर रहते थे।
गड़े धन के नाम पर बनाता था ठगी का शिकार आर्थिक तंगी और अन्य समस्याओं से परेशान लोग किसी परिचित के माध्यम से देवी सिंह से मिलते थे। जैसे ही लोग उससे मिलने जाते, वह लौंग, प्रसाद या चाय देता था। जिसके सेवन से लोग मदहोश हो जाते थे। वह उन्हें गड़ा धन निकालने का लालच देता था। देवीजी की पूजा कर धन की लोकेशन बताता था।
झांसे में लेने के बाद गड़ा धन निकालने के लिए पूजा-पाठ सामग्री के नाम पर पैसों की मांग करता था। पैसे मिलने के बाद वह पूजा-पाठ कर घर में गड्ढा खुदवाता और एक बर्तन निकालता था। इसमें धन होने का दावा करता था लेकिन वह बर्तन खोलता नहीं था। शुभ मुहूर्त और पूजा के बाद बर्तन खोलने की बात कहता था।
बर्तन खोलने के नाम पर भी वह कई बार पैसे ऐंठता था। जब संबंधित व्यक्ति को संदेह होता था तो वह पैसे वापस मांगता। इसके बदले आरोपी उसे झूठे केस में फंसाने की धमकी देकर भगा देता था या फिर तंत्र क्रिया कर परेशान करने का बोलता था।
बंगाल से गोरोचन मंगाने के लिए बोलता था देवी सिंह लोगों से पूजन सामग्री के नाम पर पैसे ऐंठता था। कभी बोलता था कि पूजा में गोरोचन लगेगा, जो बंगाल में मिलेगा। उसे लाने के लिए रुपए चाहिए तो कभी कहता था कि उल्लू और उल्टे पंख के मुर्गे पूजन के लिए चाहिए। इनकी व्यवस्था संबंधित व्यक्ति आसानी से नहीं कर पाते थे, ऐसे में आरोपी स्वयं व्यवस्था करने का बोलकर पैसे ले लेता था।
देवी सिंह के ठिकाने पर 500-500 रुपए के नकली नोट भी बरामद किए गए हैं।
तीन मामलों से समझें, कैसे बनाता था शिकार… केस-1: पूजा-पाठ के नाम पर ऐंठे रुपए, वापस नहीं किए दीपक अहिरवार ने पुलिस को की गई शिकायत में बताया, ‘नवंबर 2020 में देवी सिंह रजक के घर पथरिया जाट में टाइल्स लगाने का काम करने गया था। काम खत्म हुआ तो देवी सिंह ने कहा-तुम्हारे घर पर कुछ माया है। वह मुझे देवी मंदिर ले गया। दूसरे दिन मेरे घर आया और सामग्री मंगाकर पूजा की।
नारियल लेकर घर में घूमने लगा। इसके बाद मुझे नारियल पर बैठाकर अगरबत्ती घुमाता रहा। कहने लगा कि लक्ष्मी माता की फोटो में जो बर्तन है, वहीं बर्तन घर में है। इसके लिए पूजा में 51 हजार रुपए लगेंगे। अमावस्या के दिन उसे पैसे दिए तो बोला- मुझे भरोसा था कि तुम पैसों की व्यवस्था कर लोगे। मैंने पूजा का सामान मंगवा लिया है।
इसके बाद रात करीब 10 बजे वह मेरे घर आया और पूजा करने लगा। घर के पीछे गड्ढा खोला। परिवार के सभी मोबाइल बंद करा दिए। महिला और बच्चों को ऊपर के कमरे में जाने का बोला। गड्ढा खुदवाने के बाद पीतल का बर्तन निकाला।
उसने कहा कि बर्तन मेरी वैष्णो माता के दरबार में लेकर चलो। जब लेकर हम वहां गए तो बोला- दो दिन बाद तुम आ जाना। मैं शुद्धिकरण कर दूंगा। 21 दिन बाद पूजा के नाम पर फिर 31 हजार रुपए मांगे। जिसके बाद बोलने लगा कि माता को सोने के कंगन बनवाना हैं। बाइक और मोबाइल गिरवी रखकर उसे पैसे दिए।
सोने के कंगन बंधवाकर गड़वा दिए दीपक अहिरवार ने कहा- देवी लाल इसके बाद बेटे कृष्णा रजक के साथ घर आया। कृष्णा को दिया में कजली लगाई। पूरे घर की लाइट बंद करवा दी। इस दौरान कृष्णा कहने लगा कि यहां पर बहुत हडि्डयां और नर कंकाल दिख रहे हैं। महाकाली दिख रही हैं।
कृष्णा ने कहा- अभी नहीं हो पाएगा तुम्हारा काम। महाकाली बोल रही हैं कि अभी बर्तन को छूना भी मत। इसके बाद लाल कपड़े में सोने के कंगन बंधवाकर गड़वा दिए।
केस-2: पूरा घर खुदवा दिया, किराए के मकान में रह रहा परिवार सागर में काकागंज निवासी केटरर अमर कोरी भी देवी सिंह का शिकार बन चुके हैं। उन्होंने पुलिस को बताया- वर्ष 2021 में मेरी मुलाकात अजय रजक से हुई। मैंने उससे बोला कि मेरा काम नहीं चल रहा है। परेशान हूं। उसने मुझे अपने जीजा देवी सिंह रजक से मिलवाया।
देवी सिंह पूजा करके बोला- तुम्हारे घर पर गड़ा धन है। बडी पूजा कर विधि से निकलेगा। इसमें 51 ग्राम सोना, गड्ढे में रखकर सवा माह पूजा करनी होगी। घर में जो बर्तन गड़ा हैं, उसमें 68 किलो सोना, चांदी, हीरा, कंकड और अन्य कीमती सामान है। पूजा के लिए 50 ग्राम गोरोचन लगेगा, जो बंगाल में मिलता है। इसकी कीमत 3.50 लाख रुपए है। 20 हजार रुपए आने-जाने का खर्चा।
अमर कोरी ने बताया कि 13 अक्टूबर 2021 को देवी ने हमारे घर पर गड्ढा करवाया। जिसमें से पीतल का बड़ा बर्तन निकाला गया। देवी सिंह ने कहा कि इस बर्तन को मैं अभी नहीं खोलूंगा। इसमें शक्तियों की सवारी है। इसमें पूजा का सामान लगेगा।
मुहूर्त का बोलकर ऐंठता रहा रुपए अमर ने कहा- इसके बाद देवी सिंह ने 5 लाख 51 हजार की व्यवस्था करने की बात कही। तब तक हम लोगों को विश्वास हो चुका था तो मैंने पैसों की व्यवस्था कर दी। पैसे लेकर देवी सिंह बोलने लगा- अभी मुहूर्त नहीं है। पूजा का सामान आने के बाद बर्तन खोलेंगे।
दो माह बीत जाने के बाद हमने बोला- गुरुजी बर्तन कब खुलेगा तो उसने कहा- अभी 2 बर्तन और हैं। उनको निकालने के बाद सभी एक साथ खुलेंगे। 20 दिसंबर 2021 को मेरे घर पर फिर गड्ढा कराया तो बस्ती के लोगों ने थाने में शिकायत की। शिकायत पर पुलिस आई थी लेकिन उसने गुमराह कर उन्हें वहां से भगा दिया।
केस-3: मकान में फैलाए नोट, बाद में देखे तो निकले नकली मूर्तिकार राजा प्रजापति ने बताया- दोस्त विशाल रजक के घर पर देवी सिंह रजक से मिला। जहां उसने बोला कि एक जगह से गड़ा धन निकला है, जिसकी कीमत 90 लाख रुपए है। उसे तुम्हें 41 दिन तक अपने घर पर रखना होगा। मैं तुम्हें आधा धन दूंगा। तुम्हें बस 4 लाख रुपए देने होंगे।
मैंने डेढ लाख रुपए उसे दिए। उसने एक स्टांप लिखवाया और वीडियो बनाया। फिर 4 लाख रुपए के नोट लाल कपड़े में और एक घड़ा काले कपड़े में बांधकर दिया। इन्हें मैं घर ले आया।
पोटली खोली तो निकले कागज के टुकड़े राजा ने कहा- कुछ दिन बाद देवी एक लड़के को घर लाया और दरवाजे बंद कर लिए। 15 मिनट तक दरवाजे बंद रहे। पूरे घर में लोभान जलाने को कहा। कुछ देर बाद दरवाजा खोला और दिखाया कि पूरे कमरे में 500-500 के नोट फैले हुए हैं।
इसके बाद देवी बाहर आया और दरवाजा बंद कर दिया। कहा- दरवाजा बंद रहने देना। शाम 7 बजे आऊंगा। फिर तुम इन पैसों का उपयोग कर सकते हो। रात के 9 बज गए लेकिन वह नहीं आया। फोन लगाया तो रिसीव नहीं किया।
मैंने दरवाजा खोला तो घर में 500-500 रुपए के नकली नोट फैले थे। संदेह होने पर अलमारी में रखे लाल कपड़े में बंधे पैसे खोलकर देखे। जैसे ही कपड़ा खोला तो उसमें नोटों की साइज में कागज के टुकड़े थे। मटके में बेनटेक्स के जेवरात और राख, मिट्टी थी।
देवी सिंह को जानकारी दी तो उसने मिलने बुलाया। जहां उससे रुपए वापस मांगे तो वह धमकाने लगा। 2.90 लाख रुपए की धोखाधड़ी का शिकायती आवेदन पुलिस में दिया है।
ये खबर भी पढ़ें…
अमेरिका में जॉब के नाम पर एक करोड़ ऐंठे
इंदौर की एक महिला से अमेरिका में नौकरी दिलाने के नाम पर एक करोड़ रुपए ऐंठ लिए। आरोपी महिला की मुंहबोली नानी के बेटे-बहू हैं। उससे कहा गया कि अमेरिका में ताऊ की कंपनी में एक लाख रुपए सैलरी पर रखेंगे। फिर वीजा के नाम पर रुपए ऐंठते गए। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पूरी खबर पढ़ें…
[ad_2]
Source link