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जांच के दौरान पानी की टंकी में लारवा चैक करते अधिकारी।
हरियाणा के भिवानी जिले के बवानी खेड़ा में डेंगू का कहर देखने को मिल रहा है। जहां प्रशासन विद्यालयों, शहर के वार्डों, डोर-टू-डोर, जागरूकता अभियान लगाने के दावे करता है, लेकिन हकीकत किसी से छिपी नहीं है। बताया जाता है कि इसी डेंगू से बीते माह राजकीय विद
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अभिभावकों में खौफ
छात्रा दो भाईयों की इकलौती बहन और अपने परिवार की तीसरी पीढ़ी में एकमात्र कन्या थी। वहीं डेंगू से हुई मौत से शहरवासी भी सदमें में दिखाई दे रहे हैं, तो वहीं राजकीय विद्यालय की मुखिया भी डेंगू की चपेट से हिसार के निजी अस्पताल में दाखिल है। अभिभावकों को भी विद्यालय में पढ़ने वाले बच्चों को लेकर खौफ दिखाई देने लगा है। वहीं शिक्षकों ने भी प्रशासन से विद्यालयों में पूरे शहर में फॉगिंग करवाने की बात कही।
स्कूल में बच्चों को जागरूक करती टीम।
बीमारी से हुई छात्रा की मौत : स्वास्थ्य निरीक्षक
जैसे ही स्वास्थ्य विभाग की टीम को छात्रा की डेंगू से मौत का पता चला। स्वास्थ्य विभाग की टीम में हड़कंप मच गया और वे इसकी पूरी जानकारी के लिए मृतक छात्रा के परिजनों से मिले और टीम में स्वास्थ्य निरीक्षक प्रेम कुमार, एमपीएचडब्ल्यू कृष्ण कुमार ने बताया कि छात्रा को डेंगू, मलेरिया, टाइफाइड नहीं थे। परिजनों के जानकारी हासिल करने पर पता चला की छात्रा की मौत डेंगू से नहीं अन्य बीमारी से हुई।
विभाग समय समय पर जागरूकता अभियान सहित फॉगिंग करवाता है व सैंपल लेता है। वहीं जिस विद्यालय में छात्रा पढ़ती थी, उस विद्यालय में अत्याधिक मच्छरों से खौफ बना हुआ है व शिक्षकों ने फॉगिंग करवाने की बात कही।
घरों व दुकानों में बैठना हुआ दूभर
मच्छरों के कारण लोगों का घरों व दुकानदारों का दुकानों में बैठना दूभर हो गया है। दुकानों में आने पश्चात दुकानदारों व ग्राहकों को ऐसा लगता है, जैसे मच्छरों की गठरी उन पर किसी ने खोल दी। वहीं घरों में भी मच्छरों का कहर है। छोटे-छोटे मच्छर दिखाई नहीं देते, लेकिन जब काटते हैं, तो शरीर पर निशान पड़ जाते हैं। शहर वासियों ने प्रशासन से नाले, नालियों, स्कूलों, घरों में फॉगिंग करवाने की बात कही।
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