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हरियाणा के सिरसा में बैठक लेतीं सांसद कुमारी सैलजा।
हरियाणा में सिरसा जिले के पंचायत भवन में गुरुवार को जिला विकास समन्वय एवं निगरानी समिति (दिशा) की बैठक लेने पहुंचीं सांसद कुमारी सैलजा नाराज हो गईं। क्योंकि, बैठक में पुलिस विभाग का कोई अधिकारी नहीं पहुंचा था।
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अधिकारियों की अनुपस्थिति पर नाराजगी जाहिर करते हुए सांसद ने कहा कि यह उनकी पहली ही मीटिंग थी। उन्होंने कहा कि अगर दिशा की मीटिंग में किसी भी विभाग से कोई अधिकारी नहीं पहुंचेगा तो अगली बार से कोई मीटिंग नहीं होगी।
बैठक में पांचों विधायक रहे मौजूद मीडिया से बातचीत में सांसद कुमारी सैलजा ने कहा कि दिशा की यह पहली मीटिंग थी। इसमें जिले के पांचों विधायक मौजूद रहे। इसमें विभिन्न विभागों के अधिकारियों से उनके विभागों की योजनाओं और चल रहे कार्यों के बारे में जानकारी ली गई। साथ ही लंबित चल रहे कार्यों को जल्द पूरा करने के दिशा-निर्देश दिए गए।
बैठक में सिरसा से विधायक गोकुल सेतिया, ऐलनाबाद से विधायक भरत बेनीवाल, रानियां से विधायक अर्जुन चौटाला, डबवाली से विधायक आदित्य चौटाला और कालांवाली के विधायक शीशपाल केहरवाला सहित उपायुक्त शांतनु शर्मा उपस्थित थे।
जुर्माना अंतिम विकल्प पराली जलाने वाले किसानों पर जुर्माना बढ़ाए जाने को लेकर कुमारी सैलजा ने कहा कि जुर्माना लगाने के बजाय किसानों को प्रोत्साहित किया जाना चाहिए। जुर्माना तो अंतिम विकल्प है।
वहीं, खाद और बीज की किल्लत पर उन्होंने कहा कि इस बारे में प्रशासनिक अधिकारियों से बातचीत हुई है। अधिकारियों ने आश्वासन दिया है कि जल्द ही इसका हल हो जाएगा।
हाईकमान करेगा उचित फैसला आगामी विधानसभा सत्र को लेकर सैलजा कहती हैं कि जनता के जो भी मुद्दे हैं, उन्हें मिलजुल कर उठाया जाएगा। अपना नाम सैलजा को प्रदेश अध्यक्ष बनाए जाने की बात पर उन्होंने कहा कि ये सब मीडिया की देन है, क्योंकि कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष और नेता प्रतिपक्ष का उचित समय पर उचित फैसला कांग्रेस हाईकमान करेगा।
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