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रांची और खूंटी में प्रतिबंधित नक्सली संगठन पीएलएफआई ने बैनर टांग वोट बहिष्कार का आह्वान किया है।
लंबे अरसे से सुस्त पड़ा नक्सली संगठन पीएलएफआई चुनाव से ठीक पहले एक्टिव नजर आ रहा है। संगठन ने रांची और खूंटी शहरी इलाके में बैनर टांग दहशत ला दी है। टांगे गए बैनर में संगठन की ओर से वोट बहिष्कार का आह्वान किया है।
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रांची जिले के बेड़ो में यूको के निकट फल दुकान के पास बैनर लगाकर पीएलएफआई ने चुनाव बहिष्कार करने की अपील की है। पुलिस प्रशासन को खुली चुनौती देते हुए बैनर में लिखा है कि पुलिस प्रशासन का राज ध्वस्त करें। पुलिस प्रशासन ने बैनर को अपने कब्जे में ले लिया है।
इस मामले को लेकर थाना प्रभारी नकुल शाह ने कहा कि बैंक के सीसीटीवी फुटेज की जांच पुलिस कर रही है। बैनर किसने लगाया पता चलते ही पुलिस कार्रवाई शुरू कर देगी। उन्होंने कहा कि कोई भी उग्रवादी या अपराधी को पनपने नहीं दिया जाएगा।
खूंटी के शिवाजी चौक के पास टांगा पोस्टर वोट बहिष्कार से संबंधित बैनर टांगने की दूसरी घटना खूंटी जिले की है। प्राप्त जानकारी के मुताबिक खूंटी के जिला मुख्यालय में शहर के बीचोबीच कर्रा रोड पर शिवाजी चौक के पास इस प्रतिबंधित उग्रवादी संगठन ने अपना बैनर टांगा है। गुरुवार की सुबह-सुबह लोग घरों से बाहर निकले, तो बीच शहर लाल बैनर देख सहम गए।
जैसे ही इसकी जानकारी पुलिस को मिली, खूंटी थाना ने बैनर को खोलकर अपने कब्जे में ले लिया है। वहीं पुलिस की ओर से बताया गया है कि बैनर लगाने वाले की पहचान की जा रही है। आसपास के सीसीटीवी देखे जा रहे हैं। उनकी गिरफ्तारी जल्द कर ली जाएगी।
पीएलएफआई को जानिए
पीएलएफआई का पूरा नाम पीपुल्स लिबरेशन फ्रंट ऑफ इंडिया है। झारखंड में 2007 में गठित यह एक उग्रवादी माओवादी संगठन है। पहले इसे झारखंड लिबरेशन टाइगर्स (जेएलटी) के नाम से जाना जाता था। जिसकी स्थापना झारखंड के खूंटी जिले के रहने वाले दिनेश गोप ने 2003 में की थी। बाद में इसका नाम बदलकर पीएलएफआई कर दिया गया। राज्य में इस संगठन को बैन किया गया है।
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